29 साल बड़ा प्रेमी,करोड़ों की रकम और तीन फर्जी दस्तखत..दगाबाज प्रेमिका की दास्तां

29 साल बड़ा प्रेमी,करोड़ों की रकम और तीन फर्जी दस्तखत..दगाबाज प्रेमिका की दास्तां
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नई दिल्ली। इश्क उम्र की हदें नहीं देखता,ना देखता है रिश्तों का फर्क… ये जब होता है तो तमाम हदों से ऊपर उठकर होता है। लेकिन,अगर इश्क में दौलत का लालच आ जाए, तो यही रिश्ता दगाबाज बनकर शर्मसार कर देता है। ये कहानी भी कुछ ऐसी ही है,जहां अपने शादीशुदा प्रेमी से 29 साल छोटी एक प्रेमिका ने उसकी दौलत हासिल करने के लिए दगाबाजी कर डाली। अपने प्रेमी की करोड़ों की दौलत हासिल करने के लिए इस प्रेमिका ने फर्जी वसीयत बनाई और उसके बच्चों को अंतिम संस्कार तक से दूर कर दिया।

बेहद शातिर दिमाग वाली इस प्रेमिका ने सबसे पहले वसीयत के फर्जी कागजात तैयार किए। फिर इनके ऊपर जाली दस्तखत किए और इसके बाद वसीयत को सार्वजनिक कर दिया। उसने कहा कि उसका प्रेमी सारी दौलत उसके नाम करके गया है। दौलत में उसका घर, गहने, बैंक खातों में जमा रकम और इंश्योरेंस पॉलिसी शामिल थी। हालांकि, जल्द ही इस दगाबाज प्रेमिका की पोल खुल गई।

प्यार और धोखे की कहानी
ये कहानी है स्कॉटलैंड में रहने वाली 35 साल की केरी बर्न्स की। विलियम हेंड्री नाम के शख्स के साथ केरी पिछले 10 साल से रिलेशन में थी। जिस वक्त इन दोनों के रिलेशनशिप की शुरुआत हुई, उस वक्त केरी महज 23 साल और विलियम 54 साल के थे। विलियम पहले से शादीशुदा थे और उनकी बेटी और एक बेटा भी है। विलियम की बेटी को ये रिश्ता मंजूर नहीं था, लेकिन अपने पिता की जिद के आगे वो हार गई।

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दोनों के रिश्ते में सबकुछ ठीक चल रहा था कि इसी बीच 4 अगस्त 2022 को विलियम की मौत हो गई। ‘द सन’ की रिपोर्ट के मुताबिक, मौत के बाद उनकी प्रेमिका केरी ने पूरे परिवार के सामने उनकी वसीयत रखी और पूरी दौलत पर अपना हक जताते हुए कि विलियम सबकुछ उसके नाम कर गए हैं। इस वसीयत पर विलियम, उनके वकील और डॉक्टर के भी दस्तखत शामिल थे।

खून के रिश्तों को कर दिया दूर
वसीयत में कहा गया था कि विलियम की दौलत और उनके अंतिम संस्कार पर एकमात्र हक उनकी प्रेमिका केरी का है। वसीयत के मुताबिक, विलियम की बेटी,बेटे और पोते-पोतियों को उनके अंतिम संस्कार से दूर रखने के लिए कहा गया था। हालांकि, विलियम की बेटी ने इस वसीयत को मानने से इनकार कर दिया। उन्होंने इस मामले को कोर्ट में उठाया और दो साल तक कार्यवाही चली।

अदालत में पेश किए सबूतों के बाद कोर्ट ने माना कि केरी ने इस वसीयत को फर्जी तरीके से तैयार किया है। कोर्ट ने केरी को ‘क्रूर झूठी’ और ‘स्वार्थी धोखेबाज’ करार दिया। कोर्ट में केरी ने दलील दी कि विलियम ने इस वसीयत को काफी पहले तैयार कर लिया था और कई साल से ये उसके पास है। हालांकि, जब जांच की गई तो पता चला कि वसीयत के ऊपर तीनों दस्तखत साल 2021 में एक ही दिन के हैं।

दो साल में नरक बना दी जिंदगी…
केरी से जब इसे बारे में पूछा गया,तो वो कोई जवाब नहीं दे पाई। वहीं, विलियम की बेटी ने इस फैसले पर कहा कि पिछले दो साल उनकी जिंदगी नरक की तरह गुजरी है। वो अपने सगे पिता के अंतिम संस्कार तक में शामिल नहीं हो पाए। शोक सभा तक में विलियम के पिता या दादा होने का कोई जिक्र नहीं किया गया, बल्कि केवल ‘केरी का साथी’ कहकर पहचान बताई गई।

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पिछले दो साल के भीतर केरी विलियम के घर का सारा सामान बेच चुकी है। उनके बैंक खातों को भी खाली कर चुकी है। सारे गहने उसके कब्जे में हैं। उसने विलियम के पोते-पोतियों तक के लिए कुछ नहीं छोड़ा। विलियम की समाधि के पत्थर पर भी केरी ने उसके साथ अपना नाम लिखवाया है। दोषी ठहराए जाने के बाद अगले महीने कोर्ट अब केरी को सजा सुनाएगी।


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