BHU की नर्स ने संदिग्ध हालात में लगाया फंदा,पुलिस ने कहा- परिवारिक विवाद में जान दी
वाराणसी। वाराणसी के चितईपुर थाना क्षेत्र के नासीपुर इलाके में बीएचयू में कार्यरत स्टाफ नर्स आरती (30 वर्षीय) ने अपने किराए के मकान में दुपट्टे का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी तब हुई जब वह सुबह 7 बजे ड्यूटी पर नहीं पहुंची और साथियों द्वारा फोन करने पर भी जवाब नहीं मिला।
पति और मकान मालिक ने की कोशिश
आरती के ड्यूटी पर न पहुंचने के कारण उसके साथियों ने उसे फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद उसके पति, डॉ। मोहित, जो हरियाणा के पलवल में प्राइवेट चिकित्सक हैं, ने भी फोन किया, लेकिन आरती ने कॉल रिसीव नहीं किया। मोहित ने मकान मालिक डॉ। शैलेन्द्र कुमार सिंह को सूचित किया। मकान मालिक ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला।
आरती का भाई कशिश, जो उसी मकान के एक अन्य फ्लैट में रहकर बीएचयू से एमडी की पढ़ाई कर रहा है, को भी बुलाया गया। उसने भी बहन को फोन किया और आवाज लगाई, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव बरामद किया
मकान मालिक की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर कमरे के अंदर प्रवेश किया। वहां आरती का शव दुपट्टे से लटका हुआ मिला।
इस फोरेंसिक टीम ने जांच के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के अनुसार, आरती पिछले कुछ दिनों से तनाव में थी। आरती ने 5 दिसंबर 2024 को बीएचयू के पीडियाट्रिक विभाग में नर्स के पद पर ज्वाइन किया था। उसका पति मोहित लगभग पंद्रह दिन पहले अपनी तीन वर्षीय बेटी को लेकर हरियाणा चला गया था।
बीएचयू प्रशासन और कर्मचारी शोकाकुल
घटना की जानकारी मिलते ही बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर शिव प्रकाश सिंह मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। बीएचयू अस्पताल के स्टाफ ने भी घटना पर गहरा दुख जताया। स्टाफ के अनुसार, आरती कुछ दिनों से ड्यूटी और पारिवारिक कारणों को लेकर तनाव में थी।
फिलहाल शव को बीएचयू मर्चरी में रखा गया है। परिजनों के वाराणसी पहुंचने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।