बिटकॉइन पहली बार $100,000 के पार, 15 साल पहले 6 पैसे थी कीमत

बिटकॉइन पहली बार $100,000 के पार, 15 साल पहले 6 पैसे थी कीमत
ख़बर को शेयर करे

अमेरिका। अमेरिका में हाल में हुए राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद से क्रिप्टोकरंसीज को पंख लग गए हैं। पिछले चार हफ्तों में बिटकॉइन की कीमत में 45 फीसदी तेजी आई है और यह पहली बार 100,000 डॉलर के पार पहुंच चुकी है। माना जा रहा है कि 25 दिसंबर तक इसकी कीमत 120,000 डॉलर पहुंच सकती है। यानी 20 दिन में इसकी कीमत में 20,000 डॉलर का इजाफा होने का अनुमान है। एक नजर बिटकॉइन के सफर पर…

क्या है बिटकॉइन
बिटकॉइन एक तरह की क्रिप्टोकरंसी है। ‘क्रिप्टो’ का मतलब होता है ‘गुप्त’। यह एक डिजिटल करंसी है, जो क्रिप्टोग्राफी के नियमों के आधार पर काम करती है। इसकी सबसे खास बात ये है डिजिटल होने की वजह से आप इसे छू नहीं सकते। बिटकॉइन की शुरुआत 2009 में हुई थी। इसकी शुरुआत एलियस सतोशी नाम के शख्स ने की थी।

कैसे बढ़ी कीमत
2009 में जब बिटकॉइन लॉन्च हुई थी तो इसकी कीमत 0.060 रुपये थी। यह दुनिया की पहली डिसेंट्रलाइज्ड करेंसी थी। बिटकॉइन की कीमत इन 15 साल में बहुत तेजी से बढ़ी है। इसकी कीमत में पहली बार तेजी साल 2010 में आई थी जब इसकी कीमत 0.0008 डॉलर से बढ़कर 0.08 डॉलर पहुंची थी। इसके बाद अप्रैल 2011 में इसकी कीमत एक डॉलर थी जो जून में बढ़कर 32 डॉलर हो गई। बिटकॉइन के लिए साल 2013 बेहद निर्णायक रहा। तब दो बार इसकी कीमत में भारी उछाल आई।

बिटकॉइन वर्सेज गोल्ड
अप्रैल 2013 में इसका भाव 220 डॉलर पर पहुंच गया। बिटकॉइन की कीमतों में बड़ा उछाल 2017 में आया। जून 2019 में इसका भाव 10 हजार डॉलर के पास था। वहीं, जनवरी 2021 में इसने 40 हजार डॉलर का आंकड़ा पार कर लिया। इसकी कीमत में तेजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि तब भारत में सोने की कीमत 14,500 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। आज एक बिटकॉइन की कीमत करीब 85 लाख रुपये के पार पहुंच चुकी है जबकि सोने की कीमत 80 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास है।

इसे भी पढ़े   पीएम मोदी के पिता पर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी,कांग्रेस के पवन खेड़ा के खिलाफ वाराणसी में मुकदमा

दुनिया की सोच बदली
जानकारों का कहना है कि बिटकॉइन ने दुनिया की सोच बदल दी है। वे अब सोने के बजाय बिटकॉइन को बेहतर विकल्प मानते हैं। सोने और अमेरिकी डॉलर में निवेश करने वाले कई दिग्गज निवेशक अब बिटकॉइन का रुख कर रहे हैं। उनका कहना है कि बिटकॉइन स्टीम्युलस एसेट हो सकती है। यह इस बात का संकेत है कि इंस्टीट्यूशनल मनी मैनेजर सोने को छोड़कर बिटकॉइन का रुख कर रहे हैं। ट्रंप ने अमेरिका को दुनिया की क्रिप्टो कैपिटल बनाने का वादा किया है।

क्या है भविष्य
अमेरिका में ट्रंप की जीत के बाद बिटकॉइन के लंबे समय तक इस ट्रेंड के बने रहने की संभावना है क्योंकि ज्यादा से ज्यादा इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स क्रिप्टोकरेंसीज का रुख कर रहे हैं। एसेट क्लास के तौर पर डिजिटल करेंसीज की लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है। बिटकॉइन आज दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो है और इसका मार्केट कैप दो ट्रिलियन डॉलर के करीब पहुंच चुका है। जानकारों का कहना है कि बिटकॉइन और किप्टोकरेंसी का भविष्य उज्ज्वल है। साल 2021 में लैटिन अमेरिकी देश अल साल्वाडोर बिटकॉइन को कानूनी मान्यता देने वाला पहला देश बना था।


ख़बर को शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *