चीन BSNL की कराएगा वापसी! क्यों सरकारी कंपनी मांग रही ड्रैगन की मदद?
नई दिल्ली। केंद्र सरकार भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में चीन की एंट्री नहीं चाहती है। यही वजह है कि 5G नेटवर्क रोलआउट में चाइनीज कंपनियों की मदद नहीं ली गई है,लेकिन सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड यानी BSNL ने 4G नेटवर्क रोलआउट में चीन की मदद मांग रही है।
4G रोलआउट में मदद की उम्मीद
ET की रिपोर्ट की मानें, तो नोकिया और चीन की जेडटीई से BSNL ने मदद मांगी है। बता दें कि यह दोनों कंपनियां BSNL के साथ 2G और 3G नेटवर्क रोलआउट में मदद मांग रही हैं। इसी साझेदारी को बीएसएनएल आगे बढ़ाना चाहती है। BSNL ने अपने 2G और 3G नेटवर्क को लोकली रोलआउट कर रही है और 4G नेटवर्क रोलआउट में साझेदारी चाह रही है।
5G रोलआउट
अगर 5G नेटवर्क रोलआउट की बात करें, तो इसमें स्वदेशी तकनीक और हार्डवेयर का यूज किया गया है। साथ ही कुछ अमेरिकी और ब्रिटेन की कंपनियों से भी टेक्निकल मदद लेने की सूचना है। हालांकि चीन को इससे दूर रखा गया है।
सफल रहा स्वदेशी ट्रायल
बता दें कि BSNL 4G नेटवर्क का सेंट्रल ब्रेन स्वदेशी है, जिसे सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमेटिक्स यानी C-DoT की तरफ से विकसित किया गया है। रेडियो इक्विपमेंट को टाटा ग्रुप की कंपनी ने तेजस ने सप्लाई किया है, जबकि सिस्टम इंटीग्रेशन टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस यानी TCS कर रही है। C-DoT की ओर से पहले ही स्वदेशी 4G कोर का सफल ट्रायल हो चुका है। इसे बीएसएनएल के कॉमर्शियल नेटवर्क पर चंढ़ीगढ़ और अंबाला पर टेस्ट किया गया है। इसका रेगुलर कोर नेटवर्क मई और जून 2024 तक तैयार हो सकता है।