3% सर्वाइवल रेट के बावजूद 40 दिनों में ठीक हुईं सिद्धू की पत्नी,स्टेज-4 कैंसर को मात
नई दिल्ली। पूर्व क्रिकेटर और नेता नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी ने स्टेज-4 कैंसर को हराकर एक असंभव सी लगने वाली जंग जीती। डॉक्टरों ने उन्हें बचने की केवल 3 प्रतिशत संभावना बताई थी, लेकिन उन्होंने अपनी इच्छाशक्ति, सही डाइट और लाइफस्टाइल बदलाव के सहारे इस चुनौती का डटकर सामना किया। हाल फिलहाल में सिद्धू का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह बता रहे हैं कि उनकी पत्नी पूरी तरह कैंसर से ठीक हो चुकी हैं।
सिद्धू ने बताया कि सही डाइट और लाइफस्टाइल के चलते उनकी पत्नी ने केवल 40 दिनों में स्टेज-4 कैंसर से छुटकारा पा लिया। डॉक्टरों की 3 प्रतिशत बचने की संभावना को गलत साबित करते हुए उन्होंने न केवल खुद को ठीक किया, बल्कि दूसरों के लिए भी प्रेरणा बन गईं। उन्होंने खुलासा किया कि उनकी पत्नी ने कैंसर के इलाज के दौरान आयुर्वेदिक डाइट को अपनाया। इस डाइट का पालन करने से न केवल कैंसर ठीक हुआ, बल्कि सिद्धू का खुद का फैटी लिवर भी पूरी तरह ठीक हो गया और उन्होंने 25 किलो वजन कम किया। आइए जानते हैं वो चार चीजों कौन सी हैं, जो सिद्धू की पत्नी को ठीक में मदद की।
1. फास्टिंग: कैंसर सेल्स के लिए ‘नेचुरल दवा’
सिद्धू के अनुसार, उनकी पत्नी शाम 6:30 बजे तक डिनर कर लेती थीं और अगले दिन सुबह 10 बजे तक केवल नींबू पानी लेती थीं। इस फास्टिंग प्रक्रिया से शरीर के कैंसर सेल्स खुद-ब-खुद मरने लगते हैं। सिद्धू ने फास्टिंग को डाइट का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बताया।
2. शुगर और कार्बोहाइड्रेट्स का त्याग
सिद्धू ने कहा, शुगर और कार्बोहाइड्रेट्स कैंसर सेल्स को बढ़ने में मदद करते हैं। इसलिए, उनकी पत्नी ने शुगर और कार्बोहाइड्रेट्स को पूरी तरह से डाइट से हटाकर इसे कैंसर के इलाज का मुख्य हिस्सा बनाया। यह तरीका फैटी लिवर के इलाज में भी उतना ही प्रभावी है।
3. हर्बल चाय का जादू
कैंसर के इलाज के दौरान सिद्धू की पत्नी को एक खास हर्बल चाय दी जाती थी। इसे बनाने के लिए पानी में दालचीनी, काली मिर्च, लौंग और छोटी इलायची उबाली जाती थी। मीठे के लिए इसमें हल्का गुड़ मिलाया जाता था। यह चाय एंटी इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर होती है और शरीर को अंदर से मजबूत बनाती है।
4. एंटी कैंसर डाइट
उनकी डाइट में सफेद पेठे का जूस, नट्स, चुकंदर, गाजर और आंवले का जूस शामिल था। रात के खाने में रोटी और चावल के बजाय क्विनोआ दिया जाता था, जो एंटी कैंसर और एंटी इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर है। नारियल का भी काफी इस्तेमाल किया गया। सिद्धू ने कहा कि हम स्वाद के चक्कर में अपने शरीर को खराब कर देते हैं। उन्होंने सभी को अपनी सेहत के प्रति जागरूक रहने और सही डाइट को अपनाने की सलाह दी।