वाराणसी | शारदीय नवरात्र का आगाज हो चुका है नवरात्रि में षष्टी तिथि को पंडालों में मां दुर्गा विराजमान होगी | यही से दुर्गापूजा उत्सव का आगाज होगा | मिनी बंगाल कहे जाने वाले काशी में इस बार मां दुर्गा के अद्भुत प्रतिमाओं के दर्शन भी भक्तों को होंगे | भोले की काशी में इस बार काजू,किसमिस,बादाम,तिल और गट्टे से मां दुर्गा की अद्भुत प्रतिमा तैयार हो रही है |
केदार घाट के करीब सजने वाले पंडाल में देवी के इस अद्भुत स्वरूप के दर्शन तीन दिनों तक भक्तों को होंगे | बताते चलें कि कुल 1 क्विंटल मेवे से इस प्रतिमा को तैयार किया जा रहा है | इसे तैयार करने वाले कारीगर शीतल चौरसिया ने बताया कि इस प्रतिमा को बनाने में 3 महीने से अधिक का वक्त लगा है |
गट्टों की माला से श्रृंगार
इसे तैयार करने में करीब 50 किलो किसमिस,20 किलो काजू,10 किलो बादाम और 20 किलो तिल और गट्टे लगे है |गट्टों की माला से ही मां दुर्गा का अद्भुत श्रृंगार हुआ है | इसके अलावा इस प्रतिमा में काजू और बादाम की ज्वैलरी से माता को सजाया गया है |
8 फीट की है प्रतिमा
मां दुर्गा की इस अद्भुत प्रतिमा के साथ महिषासुर,भगवान गणेश,माता लक्ष्मी,सरस्वती की भी प्रतिमा बनाई गई है |बताते चलें कि माता दुर्गा के इस प्रतिमा की ऊंचाई करीब 8 फीट है |
500 से अधिक सजते है पंडाल
जानकारी के अनुसार वाराणसी में कुल 500 से अधिक पूजा पंडाल सजाए जाते हैं | इनमें कई पंडाल और उसमें विराजमान मां दुर्गा की प्रतिमा अद्भुत होती है | यही वजह है कि वाराणसी में होने वाले इस दुर्गापूजा उत्सव को देखने के लिए देशभर से लोग यहां आते हैं|