ED ने तेलंगाना के तीन और कांग्रेसी नेताओं को भेजा समन

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नई दिल्ली। नेशनल हेराल्ड केस की जांच आगे बढ़ाते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने 3 और कांग्रेसी नेताओं को पूछताछ के लिए समन भेजा है। ED ने कांग्रेस नेता सुदर्शन रेड्डी,जे गीता रेड्डी और शब्बीर अली को पूछताछ के लिए समन भेजा है। सूत्रों के अनुसार इन नेताओं को अगले सप्ताह पूछताछ के लिए बुलाया गया है। सुदर्शन रेड्डी तेलंगाना के बोधन विधानसभा क्षेत्र से तीन बार के विधायक हैं। वहीं जे गीता रेड्डी पेशे से गायनेकोलॉजिस्ट हैं और वर्तमान में तेलंगाना कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष हैं। वह विधाायक होने के साथ-साथ पूर्व में आंध्र प्रदेश सरकार के कई विभागों में मंत्री रह चुकी हैं। इसके साथ ही शब्बीर अली 2015 से 2018 तक तेलंगाना विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे हैं।

नेशनल हेराल्ड केस
2013 में भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कोर्ट में एक शिकायत दर्ज करवाते हुए सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य पर धोखाधड़ी और धन के दुरुपयोग की साजिश रचने का आरोप लगाया। सुब्रमण्यम स्वामी ने आरोप लगाया कि यंग इंडियन प्रा लिमिटेड ने 90.25 करोड़ रुपये का अधिकार लेने के लिए केवल 50 लाख रुपये का भुगतान किया, जो एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) पर कांग्रेस का बकाया था। जिसके बाद 19 दिसंबर 2015 को सोनिया गांधी और राहुल गांधी को 50,000 रुपये के जमानत राशि देने पर जमानत मिल गई। इसके साथ ही अदालत ने इस आशंका को भी खारिज कर दिया कि वे देश से भाग जाएंगे।

दिल्ली की एक निचली अदालत द्वारा यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ आयकर जांच का संज्ञान लेने के बाद ED ने PMLA के तहत मामला दर्ज किया। 2015 में IT विभाग ने राहुल गांधी सहित कुछ व्यक्तियों के खिलाफ कर चोरी के मामले में याचिका दाखिल की।

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इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष को ED ने 8 जून को पूछताछ के लिए तलब किया गया था। लेकिन COVID-19 से संक्रमित होने के बाद उनको पेश होने के लिए 21 जुलाई को बुलाया गया। इसके साथ ही एजेंसी ने उनसे 26 जुलाई और 27 जुलाई को भी पूछताछ की थी। राहुल गांधी से भी 5 दिनों में 54 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की गई।

2 अगस्त को केंद्रीय एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत राष्ट्रीय राजधानी में हेराल्ड हाउस, नेशनल हेराल्ड अखबार के मुख्य कार्यालय और 11 अन्य स्थानों पर छापे मारे। इस छापेमारी का उद्देश्य धन शोधन के मामले में उन संस्थाओं के खिलाफ सबूत इकट्ठा करना था, जो नेशनल हेराल्ड से जुड़े लेनदेन में शामिल थे। सूत्रों ने रिपब्लिक टीवी को बताया कि ईडी के अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए और डिजिटल उपकरण भी जब्त किए।


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