विश्वनाथ मंदिर में टिकट के नाम फर्जीवाड़ा,तीन हिरासत में

विश्वनाथ मंदिर में टिकट के नाम फर्जीवाड़ा,तीन हिरासत में
ख़बर को शेयर करे

– आरोप,टिकट को लेकर अवैध धन उगाही का काम 

वाराणसी (जनवार्ता)। काशी विश्वनाथ मंदिर में मंगला आरती एवं सुगम दर्शन को लेकर बनाए गए टिकट के नाम पर फर्जीवाड़ा सामने आया है। मन्दिर प्रशासन की लिखित शिकायत पर चौक पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल में जुटी है। विश्वनाथ मंदिर के मंगला आरती और सुगम दर्शन के नाम टिकट पर फर्जीवाड़ा सामने आया। जहां स्कैनिंग के दौरान एक दक्षिण भारतीय श्रद्धालु के पास से फर्जी टिकट बरामद हुआ। जिसको लेकर मंदिर प्रशासन की शिकायत के आधार पर पुलिस टिकट बुक करने वाले एक कर्मचारी सहित तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। बताते चलें कि दक्षिण भारतीय ने कैंट रेलवे स्टेशन पर बने विश्वनाथ मंदिर के हेल्प डेस्क से मंगला आरती का टिकट लिया था। जब वह मन्दिर में प्रवेश किया और उसके टिकट को स्कैन किया गया तो पता चला कि उसका बारकोड फर्जी है। 

इस मामले पर मंदिर के कार्यपालक सुनील कुमार वर्मा से जनवार्ता ने पक्ष जानने के लिए बात की। उन्होंने बताया कि मंगला आरती के टिकटों में फर्जीवाड़ा सामने आया है। जहां पुलिस को तहरीर दी गई है। मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले सभी श्रद्धालुओं के टिकट को स्कैन करने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है। जिससे उसका खुलासा हुआ। साथ ही बताया कि 10 दिन पहले ही टिकट स्कैनिंग की व्यवस्था लागू की गई है। बताया कि मंगला आरती के बिके हुए 15 टिकट को एडिट करके उन्हीं को दूसरे के नाम पर बुक कर दिया गया था। जब श्रद्धालु मंगला आरती में शामिल होने पहुंचे तो बारकोड की स्कैनिंग के समय फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। 

इसे भी पढ़े   Breaking news:नेशनल हाईवे पर गैस से भरा टैंकर धू धू कर जला,3 गांव के लोग भागे

स्थानीय पुलिस कहना है कि मंदिर की ओर से तहरीर मिला है। जिसके आधार पर 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल की जा रही हैं। दर्शन करने वाले दर्शनार्थियों की माने तो टिकट को लेकर हमेशा फर्जीवाड़ा एवं धन उगाही का काम हुआ है। लगातार शिकायत के बावजूद भी किसी ने कार्यवाही नहीं की और अब ना जाने कैसे अपनी पीठ थपथपाने के लिए मंदिर प्रशासन के लोग लगे हुए हैं। सूत्रों की माने तो टिकट का दाम कुछ और होता है लेकिन दर्शनार्थियों से कई गुना ज्यादा लिया जाता है। इस तरीके का फर्जीवाड़ा कहीं ना कहीं मंदिर व्यवस्था में जुड़े लोगों की भी संलिप्तता भी बताता है।


ख़बर को शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *