PM मोदी और जापानी पीएम किशिदा की मुलाकात से चीन को लगी मिर्ची,कहा-बढ़ सकता है तनाव
नई दिल्ली। Japan के प्रधानमंत्री Fumio Kishida दो दिवसीय भारत दौरे पर थे। जापान के साथ हमेशा से ही भारत की दोस्ती खास रही है। चाहे वो पूर्व पीएम शिंजो आबे के साथ हो या फिर किशिदा के साथ। वहीं China और जापान के बीच संबंध बहुत अच्छे नहीं हैं। इसलिए जापान और भारत के बीच की इस मुलाकात पर चीन की निगाहें जरुर टिकी है। भारत जापान की इस मुलाकात पर चीन ने बयान दिया है और कहा कि ये दो देशों के बीच क्षेत्रीय विकास और शांति के लिए द्विपक्षीय वार्ता होनी चाहिए ना कि तीसरे पक्ष को टारगेट करने के लिए।
दोनों देशों के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। बता दें,इस साल भारत G20 और जापान G7 की अध्यक्षता कर रहा है। इसे लेकर भी दोनों देशों के बीच चर्चा हुई। चीन और जापान दोनों ही बड़ी अर्थव्यस्था है। इसके बावजूद भी दोनों देशों के बीच दुश्मनी की कहानी काफी पुरानी है। चीन और जापान के बीच की दुश्मनी की जब भी बात होती है तो नानजिंग में हुए कत्लेआम की चर्चा जरुर होती है।
भारत और जापान के मुलाकात से चीन को क्यों लगी मिर्ची?
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने किशिदा की भारत दौरे को लेकर किए गए सवाल पर कहा,
“Indo-Pacific भू-राजनीतिक खेलों का अखाड़ा नहीं है। कुछ देशों के बीच सहयोग किसी तीसरे पक्ष को लक्षित करने या उसके हितों को नुकसान पहुंचाने के बजाय क्षेत्रीय देशों और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के बीच आपसी समझ और विश्वास बढ़ाने के लिए अनुकूल होना चाहिए।”
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि कुछ देशों के बीच सहयोग किसी तीसरे पक्ष को लक्षित करने या उसके हितों को नुकसान पहुंचाने के बजाय क्षेत्रीय देशों और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के बीच आपसी समझ और विश्वास बढ़ाने के लिए अनुकूल होना चाहिए।
खास थी जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे और मोदी की दोस्ती
जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे की 9 जुलाई 2022 को गोली मारकर हत्या कर दी गई। शिंजो आबे और पीएम मोदी के बीच की नजदीकियां कई बार देखी गई। शिंजो जब भी भारत आए उन्होंने यहां की संस्कृति और आस्था को दिल से अपनाया। इसकी चर्चा अक्सर होती रही। आबे की मौत पर पीएम मोदी ने एक ब्लॉग भी लिखा था।