OP राजभर को झटका,30 नेताओं ने छोड़ी पार्टी
पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी में बगावत हो गई है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र राजभर समेत कई नेताओं ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया। सोमवार को मऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में महेंद्र राजभर ने सुभासपा प्रमुख पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश राजभर परिवारवाद कर रहे हैं। सुभासपा अब पिता-पुत्र की पार्टी बनकर रह गई है। ओमप्रकाश गरीबों की बात करते थे, लेकिन वह अपने मिशन से भटक गए हैं।
आरोप लगाया कि सुभासपा प्रमुख पैसे लेते हैं और पार्टी में कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं होता। यह भी आरोप लगाया कि ओमप्रकाश राजभर का संबंध जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी से है। कहा कि मुख्तार सुभासपा प्रमुख के बड़े भाई हैं। ओमप्रकाश राजभर कोई भी फैसला मुख्तार अंसारी से पूछ कर ही लेते हैं।
महेंद्र राजभर ने कहा कि हम 30 लोग आज पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं। विधानसभा चुनाव 2022 में हम लोगों ने पार्टी के लिए पूरी मेहनत की। अब्बास अंसारी के समर्थन में नहीं थे लेकिन पार्टी के हर फैसले में साथ थे। एक सवाल के जवाब में कहा ओमप्रकाश राजभर मुख्तार के फरार बेटे व विधायक अब्बास अंसारी को बचाने की कोशिश में जुटे हैं।
उन्होंने कहा कि 20 साल पहले हम सभी की मौजूदगी में पार्टी बनाई गई थी। उस समय पार्टी का मिशन गरीब, दलित, मजदूर और वंचित समाज का उत्थान रखा गया था जबकि उसके बाद से कार्यकर्ताओं के खून-पसीने से बनी पार्टी का इस्तेमाल ओमप्रकाश राजभर ने केवल धन बटोरने के लिए किया। बता दें कि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र राजभर काफी समय से नाराज थे।
हाल के दिनों में कई नेताओं ने उन्हें मनाने की कोशिश की थी। अंततः सोमवार को उन्होंने प्रेस वार्ता कर 30 पदाधिकारियों के साथ पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी। निकाय चुनाव से पहले ओमप्रकाश राजभर के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है।
सुभासपा छोड़ने वाले नेताओं में मुख्य रूप से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलराम राजभर, प्रदेश उपाध्यक्ष अवधेश राजभर प्रदेश महासचिव अर्जुन चौहान, प्रदेश महासचिव रामआसरे पासवान, जिलाध्यक्ष कुशीनगर ओमप्रकाश राजभर ,प्रदेश महासचिव रमेश सिंह चौहान, विजय कुमार, विजय प्रकाश भारती, सुभाष राजभर, मुन्ना राजभर, उस्मान, विश्वनाथ प्रसाद, निराला, देवदत्त यादव आदि शामिल हैं।