फर्राटे से भाग रही भारत की इकोनॉमी को रेटिंग एजेंसी ने दिया झटका,घटाया GDP ग्रोथ का अनुमान
नई दिल्ली। भारत की तेज रफ्तार इकोनॉमी को लेकर अलग-अलग रेटिंग एजेंसियों,वर्ल्ड बैंक ने अनुमान लगाया है। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने भारत के जीडीपी ग्रोथ रेट के अनुमान को रिवाइज किया है। भारत की ग्रोथ रेटिंग को रिवाइज करते हुए उसे घटा दिया है।
घटाया भारत के ग्रोथ रेट का अनुमान
रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने भारत की अर्थव्यवस्था के ग्रोथ अनुमान को रिवाइज करते हुए जीडीपी ग्रोथ रेट को घटा दिया है। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने अगले दो वित्त वर्षों के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के अपने अनुमान को कम कर दिया है। रेटिंग एजेंसी ने वित्त 2025-26 में भारत के जीडीपी ग्रोथ दर को घटाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया है, वहीं वित्त वर्ष 2026-27 के लिए इसे कम कर 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। बता दें कि इससे पहले एसएंडपी ने जीडीपी ग्रोथ के अनुमान क्रमशः 6.9 प्रतिशत और 7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।
क्यों घटाया अनुमान
रेटिंग एजेंसी के मुताबिक इसका कारण उच्च ब्याज दर से शहरी मांग में कमी आना है। अमेरिकी चुनाव परिणामों के बाद एशिया-प्रशांत अर्थव्यवस्थाओं के लिए अपने आर्थिक पूर्वानुमान को घटाया है। ग्लोबल संकेतों के साथ-साथ भारती की आतंरिक स्थिति और अर्थव्यवस्था पर उसके प्रभावों को देखते हुए उसे घटाया गया है।
रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने भारत की पड़ोसी देश चीन के लिए 2024 में 4.8 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान बरकरार रखा, लेकिन अगले वर्ष के लिए पूर्वानुमान को पहले के 4.3 प्रतिशत से घटाकर 4.1 प्रतिशत कर दिया । इससे अगले वर्ष 2026 के लिए 4.5 प्रतिशत के पिछले अनुमान को घटाकर 3.8 प्रतिशत कर दिया।एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के मुख्य अर्थशास्त्री (एशिया-प्रशांत) लुइस कुइज ने कहा कि बढ़ते जोखिम 2025 की पहली तिमाही में एशिया-प्रशांत के लिए आर्थिक दृष्टिकोण को धुंधला कर रहे हैं।