स्टेट बैंक का कर्ज हुआ महंगा,ब्याज दरों में इजाफा;आपकी EMI कितनी बढ़ जाएगी
नई दिल्ली। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से कर्ज लेने वालों के लिए बुरी खबर है। SBI ने चुनिंदा अवधियों पर अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड-बेस्ड लेंडिंग रेट में 10 आधार अंकों तक की बढ़ोतरी की है। एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार,नई दरें 15 जुलाई,2024 से प्रभावी होंगी। इस फैसले का मतलब है कि अधिकांश कंज्यूमर लोन (जैसे ऑटो या होम लोन) महंगे हो जाएंगे।
SBI की लेटेस्ट लोन इंटरेस्ट दरें
एसबीआई ने एक महीने के MCLR बेंचमार्क रेट को 5 बेसिस पॉइंट बढ़ाकर 8.35% कर दिया है। तीन महीने के MCLR बेंचमार्क रेट को 10 bps तक बढ़ाकर 8.40% किया गया है। बैंक ने छह महीने, एक साल और दो साल की अवधि के लिए MCLR दरों में 10 bps की बढ़ोतरी की है, जिससे वे क्रमशः 8.75%, 8.85% और 8.95% हो गए हैं। तीन साल की MCLR में 5 bps की बढ़ोतरी कर इसे 9% कर दिया गया है।
लोन की EMI पर कितना असर?
अधिकतर रिटेल लोन जैसे होम और ऑटो लोन, MCLR दरों से जुड़े होते हैं। यानी कर्जदारों के लिए उनकी EMIs बढ़ जाएगी। अगर किसी ने एक साल के MCLR से जुड़ा होम लोन लिया है और रिसेट पीरियड करीब है तो ब्याज दरों में 10 bps का इजाफा होगा। मान लीजिए, आपने 50 लाख रुपये का होम लोन लिया है जो 1 साल के MCLR से लिंक्ड है। अभी तक उस पर ब्याज दर 8.75% थी, नए MCLR के बाद यह 8.85% हो जाएगी।
MCLR क्या है?
मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) वह न्यूनतम उधार दर है,जिससे कम पर बैंक को कर्ज देने की अनुमति नहीं होती। जून में भी, SBI ने चुनिंदा अवधियों पर MCLR में 10 bps का इजाफा किया था।
SBI के बारे में जानकारी
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) भारत का सबसे बड़ा बैंक है। इसकी परिसंपत्ति 61 ट्रिलियन रुपये से अधिक है। SBI 22,500 से अधिक शाखाओं, 63,580 ATMs/ADWMs,82,900 बीसी आउटलेट के अपने विशाल नेटवर्क के माध्यम से 50 करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है। SBI एक फॉर्च्यून 500 कंपनी है जिसका हेडक्वार्टर मुंबई में है।