घोर कलियुग,बेटों ने मां को पेड़ से बांधकर जिंदा जला दिया
नई दिल्ली। पूत कपूत सुने हैं,पर न माता सुनी कुमाता… यह लोकोक्ति शायद सदियों से दोहराई जा रही है। कलियुग में यह कहावत और भी सटीक बैठती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, घोर कलियुग के आने पर मनुष्य का आचरण दुष्ट हो जाएगा। यह दुष्टता इस हद तक बढ़ गई है कि बेटे जन्मदायिनी मां को निर्ममता से मौत के घाट उतारने में नहीं हिचकते। त्रिपुरा में पिछले हफ्ते हुई घटना के बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे।
पश्चिमी त्रिपुरा में दो बेटों द्वारा 62 वर्षीय बुजुर्ग मां को पेड़ से बांधकर कथित तौर पर जिंदा जलाकर मारने का मामला सामने आया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी बेटों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे संदेह है कि पारिवारिक विवाद के कारण इस अपराध को अंजाम दिया गया।
पेड़ से बंधा मिला शव
पुलिस ने बताया कि यह घटना शनिवार रात चंपकनगर थाना क्षेत्र के खमारबाड़ी में हुई। महिला करीब डेढ़ साल पहले पति की मौत होने के बाद अपने दो बेटों के साथ रह रही थी। उसका तीसरा बेटा अगरतला में रहता है।
जिरनीया के उपमंडलीय पुलिस अधिकारी कमल कृष्ण कोलोई ने बताया,’एक महिला को जिंदा जला देने की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची और पेड़ से बंधा जला हुआ शव बरामद किया। शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया गया है।’
उन्होंने बताया, ‘हमने मामले में कथित संलिप्तता के लिए उसके दो बेटों को गिरफ्तार किया है। उन्हें सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा और आगे की पूछताछ के लिए उन्हें पुलिस हिरासत में भेजने का अनुरोध किया जाएगा।’ कोलोई ने कहा कि मामले में आगे की जांच जारी है।