नई दिल्ली। देश में महंगाई ने लोगों का पूरा बजट बिगाड़ रखा है। लेकिन इस बीच देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
देश में महंगाई ने लोगों का पूरा बजट बिगाड़ रखा है। बढ़ती महंगाई लोगों की जेब काट रही है। रहन सहन से लेकर खानपान समेत सभी जरुरत की चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं। आम लोग खासतौर मध्यम वर्ग महंगाई की इस आग में झुलस रहा है। लेकिन इस बीच देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आने वाले दिनों में मध्यम वर्ग को राहत के संकेत दिए हैं। बजट से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मध्यम से जुड़ने की कोशिश करते हुए कहा है कि हम मध्यम वर्ग के लिए अपना काम जारी रखेंगे।
आम बजट पेश करने से दो सप्ताह पहले वित्त मंत्री सीतारमण ने आरएसएस से जुड़ी साप्ताहिक पत्रिका के एक समारोह में कहा, ‘मैं भी मध्य वर्ग से ताल्लुक रखती हूं लिहाजा मैं मध्य वर्ग के दबावों को समझ सकती हूं। मैं खुद को मध्य वर्ग का मानती हूं,इसलिए मैं इस बात को समझती हूं।’इसके साथ ही उन्होंने याद दिलाया कि वर्तमान मोदी सरकार ने मध्य वर्ग पर कोई भी नया कर नहीं लगाया है। उन्होंने कहा,
पांच लाख रुपये तक की आमदनी आयकर से मुक्त है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कारोबारी सुगमता को बढ़ावा देने के लिए 27 शहरों में मेट्रो रेल नेटवर्क विकसित करने और 100 स्मार्ट सिटी बनाने जैसे कई उपाय किए हैं।
मध्य वर्ग को वित्त मंत्री ने दिया भरोसा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भरोसा दिया कि सरकार मध्य वर्ग के लिए और अधिक कर सकती है,क्योंकि इसका आकार काफी बड़ा हो गया है। वित्त मंत्री ने कहा, ‘मैं उनकी समस्याओं को अच्छी तरह समझती हूं। सरकार ने उनके लिए बहुत कुछ किया है और वह ऐसा करना जारी रखेगी।’
एक फरवरी को पेश होगा देश का बजट
बता दें कि संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होने जा रहा है,जो 6 अप्रैल तक दो चरणों में चलेगा। सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 14 फरवरी तक होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को लोकसभा में वित्त वर्ष 2023-24 का आम बजट पेश करेंगी। उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार इस बजट में आयकर सीमा बढ़ाएगी और मध्य वर्ग के करदाताओं के अलावा अन्य लोगों को भी कुछ राहत देगी।