सैलानियों की भीड़ का फायदा उठाने लगे टोटो और ऑटो चालक,रिक्शा चालक भी कम नहीं
-सैलानी हो रहे ठगी का शिकार ,संबंधित विभाग मौन
-दस लाख सैलानी आज और कल में आने की उम्मीद
वाराणसी (जनवार्ता)। शहर में सैलानियों की भीड़ 25 दिसंबर से लगातार बढ़ती ही जा रही है। जिसका फायदा ऑटो, टोटो और रिक्शा वाले कुछ ज्यादा ही उठा रहे हैं। एक ओर प्रशासन अपनी पीठ थपथपा रही है तो दूसरी ओर सवारी गाड़ी के चालक भी काम नहीं। यह तो अपने रेट को हाई रेट कर दिया और धड़ल्ले से गाड़ी को भगा रहे हैं।
लोगों की माने तो काल भैरव मंदिर के आसपास संकरी गली में श्रद्धालुओं की एक लाइन नहीं बल्कि पांच लाइन लगी रहती है। जिससे आसपास के लोगों को अस्पताल एवं बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जब घर से निकलने पर पुलिसकर्मी भी बदतमीजी और धौस जमाते हैं। वही,गलियों में देखा जाए तो बड़ी दुकान और कारखाने होने के बावजूद फायर सेफ्टी की कोई सुविधा नहीं दिखाई पड़ती। लोगों ने कहा की घाटों की बात करें तो कई गलियों में वेस्ट डिस्पोजल की समस्या है। पिछले कुछ दिनों में होटल, गेस्ट हाउस सहित कमरे बुक हो चुके हैं। अब तो कोई कमरा भी खाली नहीं।
अगर इनका किराया देखा जाए तो पहले कुछ था लेकिन सैलानी आने पर किराया आसमान छू रहा है। यही नहीं अब तो ऑटो, ई रिक्शा,रिक्शा का किराया भी कई गुना बढ़ोतरी हुई है। जहाँ सैलानियों से वाहन चालक मैदागिन से विश्वनाथ मंदिर का किराया लगभग चार सौ में तय किया जा रहा है। ऐसा कई मार्गो पर वाहन चालक कर रहे है। जिससे सैलानियों के साथ ठगी हो रही है। उसके बावजूद भी संबंधित विभाग मौन है।
सूत्रों की माने तो 31 दिसंबर एवं 1 जनवरी 2025 को लगभग 10 लाख सैलानियों की आने की उम्मीद है। अब देखने वाली बात यह है की भीड़ तो काफी है लेकिन जिम्मेदार क्या करते हैं। ऐसा तो नहीं की भीड़ बेकाबू हो जाए और कोई हादसा शहर को झेलना पड़ जाए। इस तरह की ठगी करने वाले वाहन चालकों पर संबंधित विभाग उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए वाहन सीज की भी कार्रवाई करें और एक रेट लिस्ट जारी हो ताकि यह कार्यवाही मील का पत्थर साबित हो सकें।