वकार-उज-जमान,जिनके पास आ सकती है बांग्लादेश की कमान?
बांग्लादेश। बांग्लादेश में उठे सियासी बवंडर के बीच शेख हसीना पीएम पद से इस्तीफा देकर देश छोड़कर भारत पहुंच चुकी हैं। वहीं ढाका की सड़कों पर प्रदर्शनकारियों का तांडव जारी है। उन्होंने न केवल बांग्लादेशी पीएम के सरकारी आवास गणभवन में घुसकर जमकर तोड़फोड़ मचाई बल्कि वहां रखी चीजें भी लूट ली। लोगों ने बांग्लादेश के राष्ट्रपिता कहे जाने वाले शेख मुजीबुर्रहमान की मूर्ति में भी तोड़फोड़ की कोशिश की। शेख हसीना की विदाई के साथ ही वहां पर वकार-उज-जमान सबसे पावरफुल व्यक्ति बनकर उभरे हैं। माना जा रहा है कि बांग्लादेश की सत्ता अब वही चलाएंगे। आइए जानते हैं कि ये शख्स कौन हैं और कैसे एकाएक इतने शक्तिशाली बन गए।
कौन हैं वकार-उज-जमान?
असल में वकार-उज-जमान और कोई नहीं बल्कि बांग्लादेशी आर्मी के चीफ और 4 स्टार जनरल हैं। वे इसी साल वे इसी साल 23 जून 2024 को बांग्लादेश सेना के चीफ बने थे। इससे पहले वे बांग्लादेश सेना के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ (सीजीएस) के रूप में काम कर रहे थे। वे आर्म्ड फोर्सेज डिवीजन में प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर के रूप में भी काम कर चुके हैं।
जनरल ज़मान का जन्म 16 सितंबर 1966 को बांग्लादेश के शेरपुर जिले में हुआ था। उन्होंने डिफेंस सर्विस कमांड एंड स्टाफ कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। वे डिफेंस स्टडीज में लंदन यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री कर चुके हैं। जमान को 20 दिसंबर 1985 को बांग्लादेश मिलिट्री एकेडमी में कमीशन दिया गया था। इसके बाद उनकी पहली तैनाती ईस्ट बंगाल रेजिमेंट में हुई थी।
यूएन के लिए कर चुके हैं काम
जनरल वकार-उज-जमान संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से लाइबेरिया और अंगोला में भी काम कर चुके हैं। वे बांग्लादेश आर्मी की मिलिट्री सेक्रेटरी ब्रांच में कई पदों पर काम चुके हैं। वे ढाका में 46वीं स्वतंत्र इन्फैंट्री ब्रिगेड की कमान संभाल चुके हैं। जनरल जमान वर्ष 2013 और 2017 में दो बार सेना मुख्यालय में बांग्लादेश सेना के सैन्य सचिव भी रह चुके हैं।
2 महीने पहले ही बने आर्मी चीफ
जमान को 30 नवंबर 2020 को, ज़मान को लेफ्टिनेंट जनरल के रूप में पदोन्नत किया गया। इसके बाद 23 जून 2024 को उन्हें प्रमोशन देकर जनरल और आर्मी चीफ बनाया गया। उनकी शादी सराहनाज कमलिका जमान से हुई है। उनकी दो बेटियां हैं, जिनके नाम समिहा रइसा जमान और शायरा इबनत जमान है।
बांग्लादेश की राजनीति के नए ‘शहंशाह’
शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद अब बांग्लादेश में सत्ता की कमान जनरल वकार उज जमान के हाथ में आ गई है। हसीना के जाने के कुछ ही वक्त बाद उन्होंने प्रेसवार्ता कर देश में अंतरिम सरकार बनाने की घोषणा की। उन्होंने वादा किया कि सेना प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हिंसा की जांच करेगी और सिविल सोसायटी को सत्ता सौंप देगी। अब वे अपने वादे पर कितना खरा उतरते हैं, यह देखने लायक बात होगी लेकिन फिलहाल बांग्लादेश की सत्ता में वही शहंशाह हैं और उनकी कही हुई बात ही वहां के लोगों के लिए आदेश है।