कनाडा के जंगलों में लगी ऐसी भीषण आग कि….अमेरिका तक धुआं-धुआं,10 करोड़ लोग प्रभावित
नई दिल्ली। कनाडा के जंगलों में लगी आग ने भीषण रूप ले लिया है, जिससे न्यूयॉर्क सहित कई शहरों में संकट गहराता जा रहा है। इसके कारण अमेरिका के कई शहरों में प्रदूषण लेवल भी बढ़ गया है। टोरंटो, ओटावा, न्यूयॉर्क और वाशिंगटन डीसी सहित कई अन्य शहर इसकी चपेट में आ गए हैं।
जानकारी मिल रही है कि ज्यादातार धुआं क्यूबेक की तरफ से आ रहा है। कनाडा सरकार ने कहा है कि कनाडा के जंगलों में लगी भीषण आग के कारण अमेरिका और कनाडा के करीब 100 मिलियन लोग खराब गुणवत्ता की हवा महसूस कर सकते हैं।
नॉर्वे तक पहुंच गया था धुआं
रिपोर्ट के मुताबिक, 11 जून तक कनाडा के जंगलों में लगी आग का धुआं नॉर्वे तक पहुंच गया था। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस भीषण आग की चपेट में पूरा यूरोप आ सकता है। वहीं, नैचुरल रिसोर्सेज एजेंसी ने संभावना जताई है कि इसका प्रभाव सितंबर तक रह सकता है।
क्यूबेक के पब्लिक सिक्योरिटी मंत्री फ्रैनकोइस बोनार्डेल ने शनिवार को बताया कि सेंट्रल और नॉर्थ वेस्ट के क्षेत्रों में स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण है। वहीं, फायरफाइटर्स ने क्षेत्र के नॉर्थ ईस्ट में आग पर काबू पाने में सफलता भी पाई है।
अगले कुछ महीनों में बढ़ेगा प्रदूषण का खतरा
बोनार्डेल कहा- ‘हम ऐसी लड़ाई लड़ रहे हैं जिसे खत्म होने में शायद पूरी गर्मी का सीजन निकल जाए। हमने अभी तक ये लड़ाई जीती नहीं है।’ इसका मतलब साफ है कि अगले कुछ महीनों में अमेरिका में धुएं का साया और बढ़ेगा। इससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, चाहे वो आग वाले स्थान से मीलों दूर क्यों न हो। धुएं के साथ छोटे-छोटे हानिकारक कण भी होते हैं, जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। अमेरिकी पर्यावरण सुरक्षा एजेंसी की एक्यूआई के अनुसार, नॉर्थ अमेरिका के शहरों में सबसे खराब क्वालिटी की हवा चल रही है। जान लें कि दुनिया के अन्य देशों की तुलना में कनाडा तेजी से गर्म होता है, जिसके कारण इसका और अधिक प्रभाव पड़ रहा है।