‘आर्थिक समृद्धि के मुहाने पर खड़ा है भारत’, PM Modi ने शेयर किए शानदार आंकड़े; दिखाई भविष्य की तस्वीर
नई दिल्ली। पीएम मोदी ने अपनी पोस्ट के जरिए बताया कि किस तरह से 9 सालों में भारतीयों की औसत आय ने जबरदस्त उछाल आया है। साथ ही इनकम टैक्स फाइल करने वालों की संख्या भी बढ़ी है।
पीएम मोदी ने साझा किए आंकड़े
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आर्थिक स्थिति को लेकर कुछ आंकड़े साझा करते हुए लुभावनी तस्वीर पेश की। प्रधानमंत्री ने इन आंकड़ों के जरिए दिखाया कि कैसे देश में मध्यमवर्ग तरक्की की राह पर अग्रसर है। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि देश में इनकम टैक्स फाइल करने वालों की संख्या में पिछले 9 सालों में तेजी से बढ़ रही है।
9 साल में बदली भारत की तस्वीर
आर्थिक स्थिति को लेकर पेश किए आंकड़ें
ITR भरने वालों की संख्या में भारी वृद्धि
दरअसल, पीएम मोदी ने अपने लिंक्ड इन अकाउंट पर दो रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए कुछ आंकड़े पेश किए। इसमें एक रिपोर्ट एसबीआई रिसर्च की और दूसरी अनिल पद्मनाभन की है। रिसर्च के आकड़ों को साझा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये इस बात का संकेत हैं कि भारत सामूहिक समृद्धि के साथ उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। पीएम ने कहा कि रिपोर्ट कुछ ऐसे आंकड़े पेश करती हैं, जिन्हें देखकर हमें खुश होना चाहिए।
9 साल में औसत आय में वृद्धि
SBI की रिसर्च ने ITR रिटर्न के आधार पर बताया गया है कि साल 2014 से पिछले 9 सालों में भारतीयों की औसत आय ने जबरदस्त उछाल आया है। वित्त वर्ष 2014 (AY14) में जो औसत आय 4.4 लाख रुपए थी, वो वित्त वर्ष 23 में बढ़कर 13 लाख रुपए हो गई है। साथ ही रिपोर्ट में साल 2047 तक प्रति व्यक्ति आय वित्त विर्ष 2023 में 2 लाख रुपये से बढ़कर 2047 में 14.9 लाख रुपये होने की उम्मीद है। वहीं रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 2047 तक ITR दाखिल करने वालों में से 25 फीसदी सबसे निचली आय वाली श्रेणी से बाहर आ सकते हैं।
ITR भरने वालों की संख्या बढ़ी
इसी तरह से दूसरी रिसर्च में यह बताया गया है कि भारत में इनकम टैक्स फाइल करने वालों की संख्या में सराहनीय उछाल आया है। विभिन्न आय वाले ब्रैकेट में टैक्स फाइलिंग में न्यूनतम तिगुनी वृद्धि देखने को मिली है। पीएम मोदी ने बताया कि 2014 और 2023 के बीच ITR फाइल करने में सभी राज्यों की भागीदारी बढ़ी है, जो एक आशाजनक तस्वीर पेश करती है। डेटा बताता है कि ITR फाइल करने के मामले में उत्तर प्रदेश का प्रदर्श सबसे अच्छा है। जिस उत्तर प्रदेश में जून 2014 में केवल 1.65 लाख आईटीआर फाइलिंग होता था, वहां यह आंकड़ा जून 2023 तक बढ़कर 11.92 लाख हो गया।
‘नए युग के शिखर पर खड़े…’
सिर्फ यूपी जैसे बड़े राज्य ही नहीं पूर्वोत्तर के छोटे राज्यों मणिपुर, जोरम और नगालैंड में भी पिछले 9 साल में आईटीआर दाखिल होने के मामले में 20 प्रतिशत से अधिक बढ़त दर्ज की है। पीएम मोदी ने इन आंकड़ों को साझा करते हुए कहा कि बढ़ती समृद्धि राष्ट्रीय प्रगति के लिए एक शुभ संकेत है। निस्संदेह, हम आर्थिक समृद्धि के एक नए युग के शिखर पर खड़े हैं। साथ ही पीएम ने ये भी कहा कि हम 2047 तक ‘विकसित भारत’ के अपने सपने को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।