कोयले से भी होती है फेफड़े से जुड़ी गंभीर बीमारी,कितनी खतरनाक है ब्लैक लंग डिजीज
नई दिल्ली। ऐसी कई बीमारियां होती हैं जिनके बारे में शायद हर किसी को जानकारी नहीं होती है और इन्हीं बीमारियों में से एक ब्लैक लंग्स डिजीज है। यह फेफड़ों से जुड़ा रोग है जो आमतौर पर उन लोगों को होता है जो कोयले की खदान में काम करते हैं। कोयले की धूल के संपर्क में ज्यादा रहने के कारण व्यक्ति के फेफड़े काले हो जाते हैं। फेफड़ों में धूल के कण चले जाने के कारण सांस लेने में कठिनाई होती है। इस बीमारी को वर्कर्स नीमोकोनॉयोसिस भी कहा जाता है।
कारण
क्लीवलैंड क्लिनिक (Ref) के अनुसार ब्लैक लंग डिजीज को नौकरी से जुड़ी बीमारी कहा जाता है। कोयला खदानों में और उसके आसपास धूल के कणों को सांस के माध्यम से अंदर लेने के कारण फेफड़े के उत्तकों में सूजन और फाइब्रोसिस की समस्या होती है। हालांकि इस बीमारी के होने की संभावना इस बात पर भी निर्भर करती है कि धूल आपके शरीर में कितनी अंदर तक गई है और कितने समय से आप उसके संपर्क में हैं।
लक्षण
एक्सपर्ट्स के अनुसार ब्लैक लंग डिजीज के लक्षण विकसित होने में कई साल लग जाते हैं। शुरुआती चरणों में इसके सबसे आम लक्षणों में खांसी, सांस लेने में तकलीफ और सीने में जकड़न शामिल है। खांसी के साथ मरीज को काली बलगम भी आ सकती है। ब्लैक लंग डिजीज ऑक्सीजन को ब्लड तक पहुंचने से रोक सकता है। यह हार्ट और ब्रेन के लिए भी नुकसानदायक है।
बचाव के उपाय
कोयला खदानों में काम करने वाले लोगों को ब्लैक लंग डिजीज की समस्या होती है। ऐसे में वह कुछ आसान उपायों को अपनाकर इस बीमारी से बच सकते हैं।
काम करते समय मास्क पहना न भूलें
शरीर से धूल की सफाई करें
खाने पीने से पहले हाथों और चेहरे को अच्छी तरह धोएं
धूम्रपान से बचें
नियमित रूप से छाती का एक्स-रे करवाएं
फेफड़ों पर काले धब्बे
कोल माइंस में पाए जाने वाले धूल के छोटे कणों में कार्बन होता है इसके अलावा जिन पत्थरों को ड्रिल किया जाता है उनमें सिलिका पाया जाता है। सांस के जरिए जब यह आपके फेफड़ों तक पहुंच जाते हैं, ऐसे में आपका इम्यून सिस्टम उन्हें पहचानकर उनसे छुटकारा पाने का प्रयास करता है। यह इम्यून रिएक्शन इन्फ्लेमेशन और स्कारिंग का कारण बनता है जिससे अंत में ब्लैक लंग डिजीज हो जाता है।
ब्लैक लंग डिजीज से होने वाली अन्य बीमारियां
ब्रोंकाइटिस
एम्फाइजिमा
क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस
क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पलमोनरी डिजीज (सीओपीडी)