ये कैसा पानी,जिसे पीने के बाद पड़ जाता है दिल का दौरा? तांत्रिक ने मां-दादी समेत 12 लोगों को मार डाला
गुजरात। गुजरात में एक कारोबारी की हत्या की कथित साजिश रचने को लेकर गिरफ्तार 42 वर्षीय तांत्रिक की रविवार को यहां पुलिस हिरासत में मौत हो गई। एक पुलिस अफसर ने बताया कि तांत्रिक ने कबूल किया था कि उसने रसायन युक्त पेय पदार्थ देकर 12 लोगों की जान ली है। उन्होंने बताया कि सारखेज पुलिस ने तीन दिसंबर की रात करीब एक बजे नवलसिंह चावडा को उस वक्त गिरफ्तार कर लिया जब वह जुर्म को अंजाम देने जा रहा था। पुलिस ने यह कार्रवाई तांत्रिक के टैक्सी कारोबार के साझेदार की तरफ से दी गई जानकारी की बुनियाद पर की थी।
सोडियम नाइट्रोजन की वजह से हुई मौत
अफसरों ने बताया कि पुलिस ने चावडा की खुफिया गतिविधियों और नर बलि में संभावित संलिप्तता की जांच के लिए 10 दिसंबर तड़के तीन बजे तक की उसकी रिमांड हासिल की थी। उन्होंने बताया,’रविवार को सुबह करीब 10 बजे चावडा की तबीयत खराब हो गई और उसे एंबुलेंस से सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।’ अधिकारी ने बताया कि इससे पहले पूछताछ के दौरान आरोपी ने 12 हत्याएं करने की बात कबूल की थी और ये सभी मौतें सोडियम नाइट्राइट पिलाने की वजह से हुई थीं।’
हत्या की बात
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) शिवम वर्मा ने कहा कि आरोपी ने अपने पीड़ितों को खुफिया तौर पर कथित धार्मिक क्रिया के दौरान पानी में घुला सोडियम नाइट्राइट पिलाकर 12 हत्याएं करने की बात कबूल की है। वर्मा ने कहा कि चावडा ने अहमदाबाद में एक व्यक्ति की हत्या, सुरेन्द्रनगर में छह लोगों की हत्या, जिसमें उसके परिवार के तीन सदस्य शामिल हैं, राजकोट में तीन और वांकानेर (मोरबी जिला) और अंजार (कच्छ जिला) में एक-एक व्यक्ति की हत्या करने की बात कबूल की थी। उन्होंने कहा कि आरोपी ने एक व्यक्ति की हत्या करने की बात कबूल की थी, जिसकी लाश अगस्त 2021 में अहमदाबाद के असलाली इलाके में मिला था। बाद में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि यह जहर की वजह से मौत होने का मामला था।
ड्राई क्लीनिंग में होता है इस्तेमाल
वर्मा ने कहा कि जांच में यह भी पता चला कि आरोपी ने करीब 14 साल पहले अपनी दादी और एक साल पहले अपनी मां और चाचा की भी इसी तरह हत्या की थी। पुलिस के मुताबिक चावडा ने अपने गृहनगर सुरेंद्रनगर की एक लैब से ड्राई क्लीनिंग में इस्तेमाल होने वाला रसायन सोडियम नाइट्राइट खरीदा था। अधिकारी ने बताया कि उनमें से कई की मौतें जहर की वजह से दिल का दौरा पड़ने से हुई, जबकि कुछ अन्य की मौत की वजह जांच का विषय है।
15-20 दिन बात पड़ता था दिल का दौरा
उन्होंने बताया कि चावडा को इस रसायन के बारे में दूसरे तांत्रिक से पता चला था। इस पदार्थ के इस्तेमाल के 15 से 20 मिनट बाद इसका असर दिखता है और दिल का दौरा पड़ने से मौत हो जाती है। आरोपी खुद को ‘भुवाजी’ कहता था और दावा करता था कि उसके पास जादू और चमत्कार करने की ताकत है। पुलिस ने बताया कि सुरेंद्रनगर के वधवान में उसका एक आश्रम भी था, जहां वह काला जादू करता था। उन्होंने बताया कि वह पीड़ितों की जायदाद बढ़ाने या उनकी समस्याओं को हल करने की पेशकश करता था। पुलिस ने चावडा के वाहन से कुछ महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए थे, जिनमें अनुष्ठानों में इस्तेमाल होने वाली वस्तुएं और सफेद चूर्ण शामिल हैं।