मोबाइल गेम बना ‘लव ट्रैप’, नाबालिग लड़की को भगाया, 15 लाख के गहने भी ले उड़ा!
वाराणसी(जनवार्ता)।मोबाइल गेम ‘फ्री फायर ‘ एक नाबालिग लड़की के लिए खतरे की घंटी बन गया। ऑनलाइन चैटिंग के जरिए एक बाल अपचारी ने किशोरी को प्रेमजाल में फंसाया, और 15 लाख रुपए के जेवरात व नकदी के साथ उसे घर से भगा ले गया। मामला सामने आते ही पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए किशोरी को सकुशल बरामद कर लिया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।घटना ब्रह्मनाल इलाके की है, जहां 21 जून को एक व्यक्ति ने अपनी बेटी के अचानक गायब होने की शिकायत चौक थाने में दर्ज कराई। परिजनों ने बताया कि लड़की घर से सोने-चांदी के जेवरात व नकदी लेकर किसी अनजान लड़के के साथ चली गई। पुलिस ने तत्काल अपहरण का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।चौक थाना पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने सर्विलांस, सीसीटीवी और खुफिया सूचनाओं की मदद से शुक्रवार शाम कैंट रेलवे स्टेशन के पास से नाबालिग किशोरी को बरामद कर लिया। साथ ही पीलीभीत निवासी आरोपी बाल अपचारी को भी गिरफ्तार कर लिया गया।जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ—दोनों की पहचान मोबाइल गेम ‘फ्री फायर’ के जरिये हुई थी। गेमिंग के दौरान दोस्ती हुई, फिर बातचीत ने प्यार का रूप ले लिया। आरोपी ने किशोरी को बहला-फुसलाकर घर से भगाने की साजिश रची और उसे कीमती गहनों समेत अपने साथ ले गया।पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक विमल कुमार मिश्रा, चौकी प्रभारी वैभव कुमार शुक्ला, उपनिरीक्षक मनीष सिंह और कांस्टेबल चंदन पांडेय समेत अन्य सदस्य शामिल रहे।इस घटना ने एक बार फिर ऑनलाइन गेमिंग की आड़ में पनप रहे सामाजिक खतरे को उजागर कर दिया है। यह मामला साफ इशारा करता है कि डिजिटल दुनिया की लत कैसे बच्चों को भटका रही है। अभिभावकों को अब सिर्फ पढ़ाई नहीं, बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर भी पैनी नजर रखनी होगी।