ट्रक ने युवक को रौंदा
नई दिल्ली। मनुष्य क्या सोचता है क्या हो जाता है। यह कोई नही जानता है। वह घर से आज सुबह अपनी पत्नी से यही कह कर निकला था कि अभी सजना से लौटकर आ रहा हूं तो फिर भोजन करुंगा–मुन्नी पति का इंतजार करती रही। उसे क्या पता था कि यह पति-पत्नी की अंतिम मिलन व संवाद है।
बताते चलें कि गांव अजईपुर-सलारपुर निवासी पैंतालीस वर्षीय रबीन्द्र माली आज सुबह लगभग आठ बजे अपनी पत्नी से यह
कहते हुए सायकिल से सजना जाने के लिए घर से निकला कि समूह का पैसा जमा करके अभी आ रहा हूं तो भोजन व अन्य कार्य करेगा। रबीन्द्र माली सजना गांव के लिए ज्योंही अपनी सायकिल बांयी तरफ मोड़ी की राष्ट्रीय राजमार्ग -31पर पीछे से कोटवां की ओर तीव्र गति से आ रही एक भारी भरकम ट्रक उसे रौदते हुए फरार हो गया। कुछ ही समय मे आसपास के लोग आ गए और दुर्घटना की सूचना पुलिस को दी। थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह तुरंत मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे मे लेकर आवश्यक कार्रवाई करते हुए शव को पो एम हेतु भेज दिए। रबीन्द्र की मौत सुनते ही घर मे विलाप होने लगा। उसके पत्नी व पुत्र/पुत्रियों का करुण-क्रंदन हर किसी रुला देता था। रबीन्द्र अपने पीछे तीन पुत्र सुनील, संदीप, कृष्ण व तीन पुत्रियां सुनिता, सरिता, सरोज को अपनी पत्नी मुन्नी के ऊपर छोड़कर अब इस नश्वर जगत से हमेशा-हमेशा के विदा ले लिया।