21 हिरनों की मौत मामले में 3 अरेस्ट:आनंद कानन बिरला हाउस परिसर में आवारा कुत्ते नोच खाए थे
प्रयागराज। प्रयागराज के झूंसी क्षेत्र के छतनाग स्थित आनंद कानन बिरला हाउस परिसर में बाड़े में रखे गए एक चीतल सहित 21 हिरनों पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया था। सोमवार देर रात हुए इस हमले में एक चीतल समेत कुल 21 हिरनों की मौत हो गई थी। कुछ हिरनों को आवारा कुत्ते नोच-नोचकर खा गए थे।
इस मामले में लापरवाही बरतने वाले 3 कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इसमें बिरला ग्रुप को भी नोटिस भेजने की तैयारी है।
4 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज, 3 गिरफ्तार
प्रयागराज के जिला वन अधिकारी महावीर कौजलगी प्रदीप ने बताया कि प्रथम दृष्टया हिरनों की सुरक्षा में लगे कर्मचारियों की लापरवाही उजागर हुई है। इस मामले में 3 कर्मचारियों व गेस्ट हाउस के प्रबंधक अशोक कुमार डांगर खिलाफ झूंसी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। 3 कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही। वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के सुसंगत धाराओं में मामला पंजीकृत कराया गया है।
गिरफ्तार लोगों में जंग बहादुर पुत्र स्वर्गीय मौजीलाल (सुरक्षा कर्मी आनंद कानन बिरला हाउस। अवधेश कुमार पुत्र हीरा लाल (सुरक्षा अधिकारी बिरला हाउस, लाल चंद्र यादव पुत्र हेदीलाल (कीपर ) को गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया गया।
आनंद कानन गेस्ट हाउस में 30 साल से पाले गए हैं हिरन
डीएफओ महावीर कौजलगी प्रदीप ने बताया कि झूंसी के छतनाग गांव में बिरला आनंद कानन गेस्ट हाउस है। परिसर के भीतर हिरनों के एक कुनबे को बाड़ा बनाकर रखा गया है। इसके लिए बिड़ला समूह ने वन विभाग से बाकायदा लाइसेंस लिया था। यहां करीब 30 सालों से हिरन पाले गए हैं।
गेस्ट हाउस परिसर के आसपास गंगा का किनारा होने के कारण काफी संख्या में आवारा कुत्ते घूमते रहते हैं। सोमवार की देर रात कुत्तों के झुंड ने हिरनों के बाड़े पर हमला बोल दिया। कुत्ते 6 फीट की बाड़ को कूदकर अंदर घुसे। एक साथ इतनी बड़ी संख्या में आवारा कुत्तों के हमले में 21 हिरण मारे गए। सुबह जब कर्मचारी सोकर उठे तो वहां का हाल देखकर सन्न रह गए।
वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो सभी हिरन मर चुके थे। सभी का पोस्टमॉर्टम कर उन्हें गेस्ट हाउस परिसर में ही दफना दिया गया।
4 पशु चिकित्सकों के पैनल ने किया पोस्टमॉर्टम
कुत्तों के हमले में मारे गए हिरनों का पोस्टमॉर्टम 4 पशु चिकित्सकों के पैनल ने किया। इस पैनल में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार, झूंसी पशु अस्पताल के चिकित्सा प्रभारी डॉ. वैभव मिश्र,बहादुरपुर के प्रभारी डॉ. शशि भूषण तथा सहसों प्रभारी डॉ. अनिल यादव शामिल रहे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कुत्तों के हमले के बाद शॉक से हिरनों की मौत हुई है। कुछ हिरनों को आधे से ज्यादा कुत्तों ने नोचकर खा लिया था।