बेंगलुरु में 8 महीने की बच्‍ची को हुआ Covid जैसा वायरस,लक्षण दिखते ही डॉक्‍टर के पास जाएं माता-पिता

बेंगलुरु में 8 महीने की बच्‍ची को हुआ Covid जैसा वायरस,लक्षण दिखते ही डॉक्‍टर के पास जाएं माता-पिता
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नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बाद अब एचएमपीवी वायरस फैलने रहा है। इस वायरस ने अब भारत में भी दस्‍तक दे दी है। बेंगलुरु के एक अस्‍पताह में एक आठ महीने के बच्‍चे में इस वायरस का पहला मामला सामने आया है। ऐसे में बच्‍चों को इस वायरस से सुरक्षित रखना बहुत जरूरी हो गया है।

यह वायरस आमतौर पर बच्‍चों में पाया जाता है और फ्लू सैंपल में 0.7 पर्सेंट मामलों में यह वायरस होता है। हालांकि, अभी तक इस वायरस के स्‍ट्रेन का पता नहीं चल पाया है। चीनी सीडीसी का कहना है कि इस वायरस के लक्षण कोरोना जैसे ही हैं और यह बच्‍चों को अधिक प्रभावित कर रहा है।

Clevelandclinic के अनुसार इस वायरस के लक्षण जुकाम जैसे ही होते हैं। इसमें खांसी या बहती नाक या गले में खराश होती है। इसके ज्‍यादातर मामले हल्‍के होते हैं लेकिन छोटे बच्‍चों और 65 साल की उम्र के कमजोर इम्‍युनिटी वाले लोगों में गंभीर बीमारियां होने का खतरा ज्‍यादा रहता है। यह वायरस पांच साल से कम उम्र के बच्‍चों में अधिक देखा जाता है।

क्‍या एचएमपीवी वायरस बस एक जुकाम?
​ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के कारण अक्सर सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण होते हैं,लेकिन कुछ लोग बहुत बीमार हो सकते हैं। पहली बार HMPV होने पर आपके गंभीर रूप से बीमार होने की संभावना अधिक होती है, यही कारण है कि छोटे बच्चों में गंभीर बीमारी का जोखिम अधिक होता है। आपको अपने पहले संक्रमण से कुछ सुरक्षा (प्रतिरक्षा) मिलती है और फिर अगर आपको दूसरी बार HMPV संक्रमण होता है, तो आपको सर्दी-जुकाम जैसे हल्‍के लक्षण दिखने की अधिक संभावना होती है। 65 वर्ष से अधिक उम्र के वयस्कों और सांस लेने में समस्या या कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को भी गंभीर लक्षण हो सकते हैं।

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क्‍या होते हैं लक्षण?
इसमें खांसी, बुखार, नाक बहना या बंद होना, गले में खराश, घरघराहट, सांस फूलना और दाने। एचएमपीवी किसी ऐसे व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने से फैलता है जिसे यह वायरस है या वायरस से संक्रमित चीजों को छूने से भी यह वायरस फैल सकता है। खांसने और छींकने से, हाथ मिलाने, गले लगने या चूमने से, फोन, दरवाजे के हैंडल, कीबोर्ड या खिलौनों जैसी सतहों या वस्तुओं को छूने से यह वायरस फैल सकता है।

कैसे करें बचाव?
cdc.gov के अनुसार इस वायरस से संक्रमित व्‍यक्‍ति को कम से कम 20 सेकंछ के लिए साबुन से हाथ धोने चाहिए। अपने हाथ, नाक या मुंह को गंदे हाथों से छूने से बचें। यदि कोई व्‍यक्‍ति बीमार है, तो उसके पास न जाएं। खांसते और छींकते समय अपने मुंह और नाक को ढक लें। अपने कप और बर्तन आदि किसी और के साथ शेयर न करें।

बच्‍चों को कैसे रखें सुरक्षित?
बच्‍चों को नियमित रूप से हाथ धोने के लिए कहें। इसके अलावा बच्‍चे को संक्रमित इलाकों से दूर रखें और उनका खाना सफाई से बनाएं। बच्‍चों के आहार में पोषण का भी ध्‍यान रखें। इससे बच्‍चों की इम्‍युनिटी मजबूत होगी और वे संक्रमण से बचे रहेंगे।


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