भारत में ऑस्ट्रेलिया ने 14 साल में जीता है सिर्फ एक टेस्ट,फिर भी जस्टिन लैंगर बोले-टीम इंडिया को हराएंगे कंगारू
नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट टीम अगले महीने चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने भारत दौरे पर आ आएगी। इस टूर पर कंगारू टीम की कठिन परीक्षा होगी। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व हेड कोच जस्टिन लैंगर का मानना है कि टेस्ट क्रिेकेट खेलने के लिए भारत सबसे कठिन देश है,लेकिन ऑस्ट्रेलिया बहुत ही संतुलित टीम है जो रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम इंडिया को हराकर इतिहास रच सकती है। कंगारू टीम भारत दौरे पर फरवरी-मार्च के दौरान चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी। ऑस्ट्रेलिया साल 2004 के बाद से भारतीय सरजमीं पर टेस्ट सीरीज नहीं जीता है।
ऑस्ट्रेलिया को जीतते देखना चाहते हैं लैंगर
समाचार पत्र द एज से बातचीत के दौरान जब उनसे यह पूछा गया वह ऑस्ट्रेलिया की टीम के साथ नहीं हैं क्या इसके पछतावा है? इस सवाल के जवाब में लैंगर ने कहा,इसमें कोई दुख की बात नहीं हैं। मैं आगे बढ़ चुका हूं। मैं वहां नहीं रहूंगा। लेकिन मैं टीम को भारत में जीतते हुए देखने के लिए उत्सुक हूं। अगर ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत में टेस्ट सीरीज जीतती है तो यह बहुत अच्छा होगा। मैं इसे देखने के लिए इंतजार नहीं कर सकता। यह सबसे कठिन दौरा है। मैं 2004 के दौरे को याद करता हूं जब ऑस्ट्रेलिया 35 साल बाद वहां जीता था। इस दौरान लैंगर ने आगे कहा कि ऑस्ट्रेलिया की बहुत ही संतुलित टीम है। जो भारत को उसकी सरजमीं पर हराने का दमखम रखती है।
14 साल में जीता सिर्फ एक टेस्ट
ऑस्ट्रेलिया के पिछले चार भारत दौरों पर नजर डाली जाए तो उसका प्रदर्शन काफी शर्मनाक रहा। बीते 14 सालों में ऑस्ट्रेलिया ने भारत दौरे पर 14 टेस्ट मैच खेले। जिनमें कंगारू टीम सिर्फ एक मैच जीत पाई। साल 2016-17 में इंडिया टूर पर उसे पुणे टेस्ट में जीत मिली थी। तब ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 333 रन से हराया था। 2008-9 से लेकर 2016-17 के बीच ऑस्ट्रेलिया की टीम भारतीय सरजमीं पर अब तक लगातार चार टेस्ट सीरीज हार चुकी है। टीम इंडिया के इस दमदार रिकॉर्ड से पता चलता है कि इस बार भी कंगारू टीम की राह भारत दौरे पर आसान नहीं होगी। भारतीय गेंदबाज और बल्लेबाज मेहमानों की कड़ी परीक्षा लेंगे।
पहले दो टेस्ट के लिए भारत की टीम:रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल (उपकप्तान),शुभमन गिल,चेतेश्वर पुजारा,विराट कोहली,श्रेयस अय्यर, श्रीकर भरत (विकेटकीपर),ईशान किशन (विकेटकीपर),आर अश्विन,अक्षर पटेल,कुलदीप यादव,रवींद्र जडेजा,मोहम्मद शमी,मोहम्मद सिराज,उमेश यादव,जयदेव उनादकट,सूर्यकुमार यादव।