मोदी ने की छात्रों संग परीक्षा पे चर्चा,दिए सफलता के कई टिप्स

मोदी ने की छात्रों संग परीक्षा पे चर्चा,दिए सफलता के कई टिप्स
ख़बर को शेयर करे

नई दिल्ली। पीएम मोदी ने शुक्रवार को लाखों बच्चों के साथ ‘परीक्षा पे चर्चा’ की। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हुए इस कार्यक्रम में मोदी छात्रों के अभिभावकों से भी रूबरू हुए। मोदी ने इस दौरान छात्रों को सफलता के कई टिप्स दिए। उन्होंने छात्रों और उनके अभिभावकों को सलाह भी दी। कार्यक्रम की 10 बड़ी बातें आपको बताते हैं।

पीएम ने कहा कि ‘परीक्षा पे चर्चा’ मेरी भी परीक्षा है और देश के कोटि-कोटि विद्यार्थी मेरी परीक्षा ले रहे हैं। मुझे ये परीक्षा देने में आनंद आता है।
मोदी ने कहा कि परिवारों को अपने बच्चों से उम्मीदें होना स्वाभाविक है, लेकिन अगर यह सिर्फ सामाजिक स्थिति बनाए रखने के लिए है, तो यह खतरनाक हो जाता है।
पीएम मोदी ने सलाह देते हुए कहा कि समय प्रबंधन केवल परीक्षाओं के लिए ही नहीं, बल्कि आपके दैनिक जीवन में भी महत्वपूर्ण है, बस अपने काम को प्राथमिकता दें। आप घर में अपनी मां को काम करते हुए देखिए, उनका टाइम मैनेजमेंट परफेक्ट होता है। आपको माइक्रो मैनेजमेंट करना है कि किस विषय को कितना टाइम देना है।
मोदी ने छात्रों को दबाव में ना रहने की सलाह दी। मोदी ने कहा कि अगर आप अच्छा करेंगे तो भी हर कोई आप से नई अपेक्षा करेगा। चारों तरफ से दबाव होता है, लेकिन क्या हमें इस दबाव से दबना चाहिए? ऐसे ही आप भी यदि अपनी एक्टिविटी पर फोकस रहते हैं तो आप भी ऐसे संकट से बाहर आ जाएंगे। कभी भी दबाव के दबाव में ना रहें।
पीएम मोदी ने नकल को लेकर भी चर्चा की। मोदी ने कहा कि मूल्यों में खतरनाक बदलाव आया है। पीएम ने कहा कि कुछ छात्र नकल करने के तरीके ढूंढने में तेज होते हैं। ऐसे छात्र छोटे-छोटे अक्षरों की पर्चा बनाते हैं। इसके बजाय ऐसे छात्रों को इस टैलेंट का इस्तेमाल सीखने में लगाना चाहिए। छात्र ये बात समझ कर चलें कि अब जिंदगी और जगत बहुत बदल चुका है। आज आपको डगर-डगर पर परीक्षा देनी है। इसलिए जो नकल करने वाला है वो एक-दो एग्जाम तो पार कर जाएगा, लेकिन जिंदगी कभी पार नहीं कर पाएगा।
मोदी ने छात्रों को स्मार्टली हार्डवर्क करने को कहा। उन्होंने छात्रों से कहा, “पहले काम को समझिए। हमें भी जिस चीज की जरूरत है उसी पर फोकस करना चाहिए। अगर मुझे कुछ अचीव करना है तो मुझे स्पेसिफिक एरिया पर फोकस करना होगा, तभी परिणाम मिलेगा। हमें स्मार्टली हार्डवर्क करना चाहिए, तभी अच्छे परिणाम मिलेंगे।”
पीएम ने ये भी कहा कि सबसे पहले तो आपको यह निर्णय करना है कि आप स्मार्ट हैं या गैजेट स्मार्ट हैं। कभी-कभी आप खुद से ज्यादा स्मार्ट अपने गैजेट को मान लेते हैं और गलती वहीं से शुरू होती है। आप जितना स्मार्टली गैजेट का इस्तेमाल करेंगे उतने ही अच्छे परिणाम मिलेंगे।
दुनिया की सबसे पुरातन भाषा जिस देश के पास हो उस देश को गर्व होना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र में मैंने जानबूझकर कुछ तमिल भाषा से जुड़ी बातें बताई, क्योंकि मैं दुनिया को यह दिखलाना चाहता था कि दुनिया की सबसे पुरानी भाषा हमारे पास है।
आज भी हमारे छात्र अपने टीचर की बात को बहुत मूल्यवान समझते हैं। हमें डंडा लेकर अनुशासन वाला रास्ता ना चुन कर अपनेपन का रास्ता चुनना चाहिए। अपनेपन का रास्ता चुनेंगे तभी लाभ होगा।
पीएम ने कहा कि दुनिया आज भारत को एक आशा की किरण के रूप में देख रही है। 2-3 साल पहले हमारी सरकार के विषय में लिखा जाता था कि इनके पास कोई अर्थशास्त्री नहीं है सब सामान्य हैं, पीएम को अर्थशास्त्र के बारे में कुछ नहीं पता। जिस देश को सामान्य कहा जाता था वे आज चमक रहा है।

इसे भी पढ़े   Modi Surname पर विवादित टिप्पणी के मामले में Rahul Gandhi को दो साल की सजा, सूरत कोर्ट से जमानत भी मिली

ख़बर को शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *