प्रतिमाओं का विसर्जन होने से पोखरे की स्थिति बद से बदतर
मरने लगी मछलियां, लोगों में आक्रोश
वाराणसी (जनवार्ता)। शहर में पोखरे कुण्डों, तालाबों के सुंदरीकरण की कवायत जारी रही। लेकिन जब से प्रतिमा विसर्जन होने लगा है तब से पोखरा, कुंड, तालाब की स्थिति बद से बदतर हो गई। जिसमें गंदगी का अंबार लगा हुआ है।जिसके चलते पानी में रहने वाले जीव जंतु की मौत देखी जा रही है।
कुछ ऐसा ही मामला खोजवां शंकुलधारा पोखरा का है। जहां मछलियां मरने लगी है। इसकी जानकारी लोगों को तब हुई जब मछलियां पोखरे के ऊपर आना शुरू हुई। स्थानीय लोगों का कहना है कि पोखरे में मछलियां निकालने व बेचने पर सख्त मनाई है। इन मछलियों का वजन 5 किलो से लेकर 10 किलो तक है। इस पोखरे में गंदगी से पानी भी जहरीला हो गया है। इससे मछलियां मर रही हैं। लोगों ने कहा कि अभी पिछले महीने पोखरे पर सफाई अभियान चला। लेकिन यह अभियान जमीनी स्तर पर नही हुआ और कुछ दिन बीतने पर फिर से बचे हुए गंदे पानी,मिट्टी के बाद भी एक बार फिर से पानी भरा गया। जिसके कारण मछलियां मर रही है।
इस मामले पर जनवार्ता की टीम ने नगर निगम जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव से पक्ष जानने के लिए संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि तत्काल मामले को संज्ञान में लेकर साफ सफाई एवं संबंधित अधिकारी को निर्देशित किया जाएगा।