बीएचयू आयुर्वेद संकाय के छात्र भूख हड़ताल पर बैठे,पीजी की सीटों को बढ़ाने की मांग
वाराणसी। काशी हिंदू विवि में आयुर्वेद संकाय में पीजी की सीटों को बढ़ाने के लिए बीएएमएस के छात्र भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। छात्राें का यह भी कहना है कि फाइनल इयर के आठ छात्रों को प्रदर्शन के दौरान डेंगू भी हो चुका है हालांकि वे अब ठीक हो चुके हैं। मगर छात्रों का हौसला फिर भी कम नहीं हुआ है, वह अपना प्रदर्शन आगे भी जारी रखेंगे।
चिकित्सा विज्ञान संस्थान, बीएचयू स्थित आयुर्वेद संकाय में अधिक शिक्षकों की नियुक्ति काे आधार मानते हुए पीजी की सीटें बढ़ाने की मांग के लिए छात्र-छात्राओं का आंदोलन तेज हो गया है। मंगलवार को कुछ छात्र भूख हड़ताल पर बैठ गए। इसके कारण अधिकारियों के माथे पर बल आ गया है। इससे पहले छात्रों ने ओपीडी बंद करवाकर प्रदर्शन किया था। छात्रों ने कहा था कि सर सुंदरलाल चिकित्सालय के आयुर्वेद विंग का ताला बंद किया गया है।
आयुर्वेद के यूजी छात्रों का कहना है कि चिकित्सा विज्ञान संस्थान, के आयुर्वेद संकाय में शिक्षकों की नियुक्ति तो करीब 120 की जा चुकी है, लेकिन इसके अनुपात में पीजी छात्रों की सीटें नहीं बढ़ाई गई है। यही कारण है कि आयुर्वेद संकाय के छात्र कई दिनों से धरना- प्रदर्शन कर रहे हैं। एक बार तो छात्र-छात्राओं ने सिंहद्वार तक कैंडिल मार्च निकाल चुके हैं।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि आयुर्वेद संकाय में पीजी की सीटें मात्र 48 है, जबकि शिक्षकों की संख्या 120 से अधिक है। उनका है कि एक शिक्षक पर तीन पीजी छात्र रहने चाहिए, लेकिन पीजी सीटें बहुत कम है। अब पीजी सीटें 50 और बढ़ाने के लिए छात्र कुलपति आवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।
छात्रों ने चेताया है कि प्रशासन को हरहाल में उनकी मांगें मांगनी होगी। अन्यथा की स्थिति में आंदोलन को और उग्र किया जा सकता है। मालूम हो संस्थान दिवस को लेकर पिछले माह स्वतंत्रता दिवस में केंद्रीय मंत्री डा. जितेंद्र सिंह का कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम में मंत्री के भाषण के दौरान ही छात्र सभागार में पहुंच गए थे। इसके बाद तो अधिकारियों की सांसें फूलने लगी थी। स्थिति यह हुई कि मंत्री को बीच में भी भाषण रोककर बाहर निकलना पड़ गया था।