ममता बनर्जी के नेता अखिल गिरी ने की राष्ट्रपति पर अभद्र टिप्पणी

ममता बनर्जी के नेता अखिल गिरी ने की राष्ट्रपति पर अभद्र टिप्पणी
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 कोलकाता | राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर अभद्र टिप्पणी कर ममता बनर्जी सरकार में मंत्री अखिल गिरि विवादों में घिर गए हैं। उन्होंने नंदीग्राम में एक सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर अभद्र टिप्प्णी की है। उन्होंने कहा, हम लोग किसी को उनकी शक्ल-सूरत से नहीं आंकते। हम राष्ट्रपति की कुर्सी का सम्मान करते हैं, लेकिन हमारी राष्ट्रपति कैसी दिखती हैं? 

पश्चिम बंगाल के मंत्री अखिल गिरि का यह भाषण कैमरे में कैद हो गया है, जो अब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। इस कारण अब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी किरकिरी हो रही है। 

वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने ममता बनर्जी और उनके मंत्री अखिल गिरि पर निशाना साधा है। भाजपा ने दावा किया कि जब अखिल गिरि ने राष्ट्रपति के खिलाफ यह यह टिप्पणी की तो ममता बनर्जी सरकार की महिला कल्याण विभाग की मंत्री शशि पंका भी वहां मौजूद थीं। वहीं भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा, ममता बनर्जी की कैबिनेट में मंत्री अखिल गिरि ने राष्ट्रपति का अपमान किया है। मालवीय ने आगे कहा- ममता बनर्जी हमेशा आदिवासी विरोधी रही हैं। चुनाव में भी उन्होंने मुर्मू का समर्थन नहीं किया था। यह अभिव्यक्ति का शर्मनाक स्तर है। 

अखिल गिरि की विवादित टिप्पणी तब सामने आई है, जब वह भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी पर हमला बोल रहे थे। उन्होंने कहा, सुवेंदु अधिकारी मेरे लिए कहते हैं कि मैं सुंदर नहीं हूं। वह कितने सुंदर हैं? हम लोगों को उनके रूप से नहीं आंकते। 

इस बीच भाजपा सांसद सौमित्र खान ने राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र लिखा है। उन्होंने टीएमसी नेता अखिल गिरि की गिरफ्तारी की मांग की है। इसके अलावा उन्हें विधायक पद से भी बर्खास्त किए जाने की मांग की है। वहीं, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर अभद्र टिप्पणी घोर निंदनीय है। ममता बनर्जी को ऐसे नेता को तुरंत मंत्रिमंडल से बर्खासत करना चाहिए और इस तरह की टिप्पणियों के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। 

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राष्ट्रपति पर अभद्र टिप्पणी के बाद टीएमसी नेता अखिल गिरि ने सफाई दी है। उन्होंने कहा, मैं राष्ट्रपति का सम्मान करता हूं। मैंने किसी का नाम नहीं लिया था। मैं सुवेंदु अधिकारी को जवाब दे रहा था। उन्होंने कहा था कि मैं दिखने में खराब हूं। मैं एक मंत्री हूं, मैंने पद की शपथ ली है, अगर मेरे खिलाफ कुछ कहा जाता है तो यह संविधान का अपमान होगा। उन्होंने कहा, मैंने सिर्फ राष्ट्रपति पद का नाम लिया था, मैंने किसी का नाम नहीं लिया था। अगर भारत के राष्ट्रपति को इससे बुरा लगा हो तो मैंने इसके लिए माफी मांगता हूं।


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