अतीक अहमद पहुंचा सुप्रीम कोर्ट,यूपी में बताया जान को खतरा
प्रयागराज | कन्नौज से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक और मंत्री जेपीएस राठौर की माफिया की गाड़ी पलटने की चेतावनी के बाद अब अतीक अहमद की सुरक्षा का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। बता दें कि प्रयागराज में अतीक के करीबी जफर के घर पर योगी आदित्यनाथ सरकार बुलडोजर की कार्रवाई कर रही है।
अतीक अहमद के वकील खान सौलत हनीफ आज सुप्रीम कोर्ट में आज याचिका दायर करेंगे। वकील के मुताबिक अगले एक घंटे में याचिका दायर हो जाएगी। बता दें कि याचिका में अहमदाबाद जेल से यूपी की जेल में प्रस्तावित ट्रांसफर का विरोध किया गया है। याचिका में कहा गया है कि यूपी सरकार के कुछ मंत्रियों के बयान से ऐसा लगता है कि उनका फर्जी एनकाउंटर किया जा सकता है। अगर यूपी भी लाया जाए तो सेंट्रल फोर्स की सुरक्षा में लाया जाए।
कन्नौज MP सुब्रत पाठक ने कहा- अतीक की भी गाड़ी पलट जाय तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं
उत्तर प्रदेश पुलिस की सुरक्षा में उमेश पाल सहित पुलिस सुरक्षाकर्मी की हत्या सीधे उत्तर प्रदेश की सरकार पर हमला है। याद रखो जब विकास दुबे नहीं बचा तो इन दुर्दांतों का क्या होगा, ये बताने की आवश्यकता नहीं है। और अब यदि गाड़ी अतीक की भी पलट जाय तो मुझे कोई आश्चर्य नहीं होगा।
मंत्री जेपीएस राठौर बोले- माफियाओं को पाताल लोक से भी खोज कर लाएंगे
उप्र सरकार में मंत्री जेपीएस राठौर ने माफियाओं के ठिकानों पर पुलिस के द्वारा दबिश दी जा रही है। इनको पाताल लोक से भी खोज कर लाएंगे। जब ये पकड़े जाएं तो गाड़ी में बैठते समय हाय-तोबा न करें। कहीं असंतुलित होकर गाड़ी पलट न जाए।
मुख्यमंत्री से अतीक की पत्नी शाइस्ता ने की थी सीबीआइ जांच की मांग
अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर उमेश पाल हत्याकांड की सीबीआइ जांच कराने की मांग की है। जिससे सच्चाई सामने आ सके। शाइस्ता ने पत्र में प्रयागराज से विधायक चुने गए एक कैबिनेट मंत्री और दो पुलिस अधिकारियों पर अतीक अहमद और बेटों की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है। शाइस्ता ने लिखा कि वह आगामी चुनाव में महापौर पद की प्रत्याशी हैं, जबकि कैबिनेट मंत्री महापौर पद अपने घर में रखना चाहते हैं इसलिए उमेश पाल की हत्या कराकर उन्हें फंसाया गया, ताकि चुनाव से दूर रखा जा सके।
शाइस्ता ने मांग की है कि उनके पति अतीक, देवर अशरफ, बेटों अली और उमर की किसी भी मामले में पेशी जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंंग के जरिए कोर्ट में कराई जाए, क्योंकि जेल से बाहर लाने पर उनकी जान पर खतरा है। पूछताछ भी जेल में की जाए। शाइस्ता ने उमेश पाल पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं।