भूषण सिंह हत्याकांड की CBCID करेगी जांच, कोर्ट ने भी माना पुलिस की भूमिका संदिग्ध
वाराणसी | महादेव महाविद्यालय के संचालक विभूति भूषण सिंह की हत्या की जांच शासन ने सीबीसीआइडी को सौंप दी है। विभूति भूषण सिंह के भाई कीर्ति भूषण सिंह ने नामजद आरोपित महादेव महाविद्यालय के प्रबंधक अजय कुमार सिंह और उनकी पत्नी सीमा सिंह, पुत्र पार्थ सिंह, चचेरे भाई अवनीश कुमार सिंह, विनोद कुमार सिंह समेत कालेज कर्मचारी पीयूष पटेल के खिलाफ हत्या, साजिश रचने व धमकी देने के आरोप में 11 फरवरी 2022 को कैंट थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
हत्याकांड को पहले दुर्घटना का रूप देने का किया था प्रयास
इस हत्याकांड को पहले दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया गया था। इस हत्या के पीछे फर्जी दस्तावेजों पर महादेव महाविद्यालय की मान्यता लेने और राजस्व विभाग में किए गए फर्जीवाड़े को कारण बताया जा रहा।
पुलिस की भूमिका संदिग्ध
चौबेपुर के बरियासनपुर निवासी कालेज संचालक के स्वजन के अनुसार पुलिस इस बहुचर्चित हत्याकांड के सभी आरोपितों को बचाने का प्रयास कर रही थी और इसके विरुद्ध इलाहाबाद हाइकोर्ट में फरवरी 2022 को दाखिल याचिका में पुलिस की संदिग्ध भूमिका को लेकर उन्होंने सबूत भी दिया, जिसे कोर्ट ने माना और इस हत्या की वजहों की निष्पक्ष जांच करने के लिए आदेश दिया।
केस डायरी में नहीं हुई जांच
स्वजन के अनुसार कोर्ट के आदेश के बावजूद पुलिस अधिकारियों की लापरवाही के कारण गुपचुप तरीके से इस मामले को निपटाने की कोशिश की गई क्योंकि पुलिस की केस डायरी में इस संगीन मामले की कोई जांच ही नहीं की गई।
थाना प्रभारी पर मामले को दबाने का आरोप
उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन कैंट थाना प्रभारी इसे हादसे के मामले में बदलने के लिए वादी पर दबाव बना रहे थे। इसके विरुद्ध कीर्ति भूषण सिंह ने शासन स्तर पर पैरवी के साथ कानून का सहारा लिया। अब इस हत्याकांड की जांच एक साल बाद सीबीसीआइडी को सौंपी गई है।