क्रिसमस: प्रभु यीशु का होगा मध्य रात्रि जन्म,भक्तों में उत्साह
वाराणसी (जनवार्ता)। शहर के लगभग 7 गिरजाघरों में क्रिसमस की तैयारी पूरी हो गई है। जिसमें दर्जनों मजदूर लगकर साफ-सफाई, रंग-रोगन,झालर सहित बिजली के उपकरणों से गिरजाघरों को आकर्षित बनाया गया है। जिसको देखने के बाद लोग खींचे चले जाते है। अब गिरजाघरों में जिंगल बेल, जिंगल बेल की गूंज आने लगी है। वही, मसीही समाज से जुड़े लोगों के घरों में आकर्षक सजावट, घरों के साथ होटलों में भी आधी रात में क्रिसमस मनाने की तैयारी,परम्परानुसार प्रभु ईसा मसीह के जन्म लेने के पूर्व मंगलवार की रात 11.30 बजे से कैंटोंमेंट कैथेड्रल (महागिरजा) लाल चर्च में विशेष पूजा (मिस्सा बलिदान) की रस्म निभाई जाएगी। जिसमें पल्ली पुरोहित मिलकर मिस्सा पूजा करेंगे।
इस दौरान मसीही समुदाय के लोग प्रभु की आराधना और विशेष महिमा गान गाएंगे और रात 12 बजे बाल रूप में प्रतीक रूप से ईसा मसीह के जन्म लेने के बाद शहर धर्मप्रांत के बिशप डॉ. युजीन जोसेफ प्रभु यीशु के प्रतीकात्मक बाल रूप का मसीही समुदाय के लोगों को दर्शन करायेंगे और कुछ लोगों के साथ वे शोभायात्रा के बीच नवजात ईसा मसीह की प्रतिमा को गिरजाघर से स्थानान्तरित कर चरनी में स्थापित करेंगे। चरनी के अभिषेक के बाद मसीही प्रभु का श्रद्धालु दर्शन करेंगे। इस दौरान भारी भीड़ उमड़ी रहेगी। गिरजाघर की ओर से लगभग सैकड़ो वॉलिंटियर मौजूद रहेंगे।