सीएम भूपेंद्र पटेल ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत को सौंपा इस्तीफा,12 दिसंबर को शपथ ग्रहण
नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनावों में अभूतपूर्व सफलता हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात की। सीएम भूपेंद्र पटेल ने राज्यपाल से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया है जिसे आचार्य देवव्रत ने स्वीकार कर लिया और उनसे नई सरकार के गठन तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने का अनुरोध किया है।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात के दौरान सीएम भूपेंद्र पटेल के साथ चीफ व्हिप पंकज देसाई, गुजरात बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल, गृह मंत्री हर्ष सांघवी सहित कई लोग मौजूद थे। भूपेंद्र पटेल अदमदाबाद की घाटलोडिया सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे जहां उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार अमीबेन याग्निक को 1 लाख 92 हजार वोटों के भारी अंतर से हराया। भूपेंद्र पटेल को 2,12,480 वोट मिले थे जबकि अमीबेन याग्निक को 21,120 मत मिले। वही आप उम्मीदवार विजय पटेल 15,902 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
बता दें कि पाटीदार आंदोलन के बावजूद साल 2017 विधानसभा चुनावों में पाटीदार बाहुल सीट पर भूपेंद्र पटेल ने 1 लाख 17 हजार वोट से जीत दर्ज की थी।
12 दिसंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण
गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने बताया कि नई सरकार का शपथ ग्रहण 12 दिसंबर को होगा। इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे।
बता दें कि बीजेपी ने 8 दिसंबर को गुजरात में एक नया इतिहास रचा है। बीजेपी ने राज्य में लगातार सातवीं बार चुनाव जीता, वो भी रिकॉर्ड सीटों साथ। बीजेपी ने 156 सीटें जीतकर अबतक के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए। इससे पहले राज्य में एक पार्टी के चुनाव में साल 1985 में 149 सीटें आई थीं। उसके बाद अब बीजेपी ने 156 सीटें जीतकर ये रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
गुजरात में प्रचंड जीत के साथ ही बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में सीपीएम की सात बार रिकॉर्ड जीत की भी बराबरी कर ली है। सीपीएम पश्चिम बंगाल में साल 1977 से 2011 तक लगातार सत्ता में रही। हालांकि खात बात ये है कि सीपीएम को उतना वोट शेयर कभी नहीं मिला जितना बीजेपी को मिला है।