एक नेता के लिए’..कांग्रेस ने तोड़ी पुरानी परंपरा, BJP का वार; खरगे बोले- दाल में कुछ काला
नई दिल्ली । बजट सत्र के अंतिम दिन, विपक्ष ने सरकार को अदाणी मामले में घेरा। संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने पर विपक्ष जोर देता रहा। जैसे ही विपक्षी सदस्यों ने तख्तियां और नारे लगाए, लोकसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
कांग्रेस ने गुरुवार को संसद से विजय चौक तक ‘तिरंगा मार्च’ निकाला। डीएमके, समाजवादी पार्टी, राजद, राकांपा और वामपंथी जैसे समान विचारधारा वाले दलों ने मार्च में हिस्सा लिया।
वहीं, संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन विपक्षी सांसदों ने संसद से विजय चौक तक ‘तिरंगा मार्च’ निकाला। तिरंगा मार्च में UPA अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल्लिकार्जुन खरगे भी शामिल हुए।
शाम की चाय बैठक का कांग्रेस ने किया बहिष्कार
संसद के बजट सत्र के अंतिम दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला द्वारा आयोजित सांसदों की शिष्टाचार बैठक में पीएम मोदी उपस्थित रहें। तो वहीं, लोकसभा अध्यक्ष द्वारा आयोजित की जाने वाली ‘शाम की चाय’ बैठक में कांग्रेस सहित 13 राजनीतिक दल शामिल नहीं होंगे।
हम JPC की मांग कर रहे हैं -मल्लिकार्जुन खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सरकार से अदाणी मामले में सवाल किया, ‘किन-किन देशों के प्रधानमंत्रियों और उद्योगपतियों से वे(अडानी) मिले? इस पर चर्चा होनी चाहिए। हम JPC की मांग कर रहे हैं। इसमें उन्हें कोई नुकसान नहीं होने वाला था। उनके पास बहुमत है तो ज्यादा लोग आपके रहेंगे। इसके बावजूद वे(भाजपा) JPC से क्यों डर रहे हैं?’
’50 लाख करोड़ का बजट केवल 12 मिनट में पास’
इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘सरकार ने इस बजट को चर्चा में नहीं लाने का पूरा प्रयास किया। मोदी सरकार लोकतंत्र की बहुत बातें कहती है लेकिन जो कहती है उसके तहत चलती नहीं हैं। 50 लाख करोड़ का बजट केवल 12 मिनट में पास किया गया है। वे हमेशा कहते रहे कि विपक्ष को दिलचस्पी नहीं है लेकिन विघ्न तो सरकार की तरफ से हुआ है।’