घूस के लिए बांध दी EMI,पहली किस्त लेते वक्त पकड़ा गया
लखनऊ। यूपी में क्राइम पर शिकंजा कसता हुआ नजर आ रहा है और इससे संबंधित एक मामला बरेली से सामने आया है जहां घूस लेते हुए अधिकारी को विजिलेंस ऑफिसर ने रंगेहाथ पकड़ लिया। सोशल मीडिया पर इसकी काफी चर्चा हो रही है। दरअसल, बरेली के एक मदरसे को एक गांव से दूसरे गांव में ट्रांसफर किया जाना था, लेकिन इसके लिए जब संचालक वरिष्ठ सहायक (वक्फ) मोहम्मद आसिफ के पास गए तो उन्होंने इस काम के लिए रिश्वत की बात की। रिश्वत में छोटी-मोटी रकम नहीं, बल्कि एक लाख की डिमांड की, जब इस बारे में संचालक ने सवाल उठाया तो आसिफ ने किस्त में देने के लिए ऑफर किया।
रंगेहाथ पकड़ा गया अधिकारी
मदरसे के संचालक ने इस मामले में वरिष्ठ सहायक (वक्फ) मोहम्मद आसिफ को हामी तो भर दी, लेकिन इस घटना के बारे में विजिलेंस को भी शिकायत कर दी। किस्त में बांधने पर संचालक को इसकी पहली किस्त देने के लिए बुलाया, लेकिन मामला थोड़ा पेंचीदा हो गया। विजिलेंस ऑफिसर भी उसे रंगेहाथ पकड़ने के लिए पहुंचे। जैसे ही संचालक बीते मंगलवार को वरिष्ठ सहायक से मिलने के लिए विकास भवन के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के दफ्तर में पहुंचे तो विजिलेंस की टीम भी चुपके से साथ में मौजूद थी। अपनी पहली किस्त 18 हजार रुपये देते वक्त विजिलेंस ने मोहम्मद आसिफ को रंगेहाथ पकड़ लिया।
हरकत में आई अधिकारी
घूस लेते वक्त विजिलेंस की टीम ने वक्फ के मोहम्मद आसिफ को गिरफ्तार कर लिया। लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में सबसे पहले बरेली के बहेड़ी के रजपुरा में मौजूद मदरसा मंजूरिया अख्तरुल उलूम के संचालक मोहम्मद आरिश ने एसपी विजिलेंस अरविंद को इसकी जानकारी दी और इस बारे शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद टीम हरकत में आई और फिर कड़ा रवैया अपनाया।