पहले किए 4 कत्ल, फिर खाई फ्रिज में रखी आइसक्रीम और इसके बाद…दिमाग के तार हिला देगी ये मर्डर मिस्ट्री

पहले किए 4 कत्ल, फिर खाई फ्रिज में रखी आइसक्रीम और इसके बाद…दिमाग के तार हिला देगी ये मर्डर मिस्ट्री
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नई दिल्ली। कभी-कभी सच्चाई, कल्पना से भी ज्यादा अजीबोगरीब होती है, खासकर तब… जब बात अनसुलझे अपराधों की हो। सेतागया परिवार हत्याकांड एक ऐसी ही भयानक घटना है, जिसने जापान को दहला दिया था। वो 31 दिसंबर, साल 2000 की सुबह थी, जब टोक्यो के बेहद शांत इलाके सेतागया में मियाजावा परिवार के चार सदस्यों का बेरहमी से कत्ल कर दिया गया। कातिल ने मौके पर कई सबूत छोड़े, लेकिन इसके बावजूद आज तक उसे पकड़ा नहीं गया।

इस केस में डीएनए जांच, उंगलियों के निशान और कातिल के कपड़े तक मिल गए, लेकिन फिर भी इंसाफ नहीं मिला। यह घटना जापान के इतिहास की सबसे बड़ी अनसुलझी गुत्थियों में से एक है।

मियाजावा परिवार में 44 वर्षीय मिकियो मियाजावा, उनकी 41 वर्षीय पत्नी यासुको, 8 वर्षीय बेटी नीना और 6 वर्षीय बेटा रेई शामिल थे। मिकियो एक मार्केटिंग कंपनी में काम करते थे, जबकि यासुको हाउसवाइफ थीं। वो 30 दिसंबर 2000 की एक सामान्य शाम थी। परिवार अपने रोजमर्रा के कामों में लगा था। मिकियो कंप्यूटर पर कुछ कर रहे थे, वहीं यासुको और नीना आराम कर रही थीं। बेटा रेई सो रहा था।

कहीं से कुछ भी अजीब नहीं लग रहा था, लेकिन रात के अंधेरे में एक काला साया मियाजावा के घर में घुसा। एक-एक कर उसने परिवार के चारों लोगों का कत्ल कर दिया गया। यहां तक कि कत्ल के बाद कातिल ने कई घंटे उस घर में बिताए, कंप्यूटर का इस्तेमाल कर टिकट बुक करने की कोशिश की, फ्रिज से निकालकर आइसक्रीम खाई और घर का बाथरूम भी इस्तेमाल किया।

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बेरहमी से ली गई चारों की जान
कातिल ने अपने कपड़े भी घर में छोड़ दिए। अपने कपड़ों को उसने बड़े करीने से रखा और निकल गया। इन कपड़ों में एक स्वेटर, एक टोपी, दस्ताने और एक फैनी पैक शामिल था। कातिल ने खून के धब्बे, उंगलियों के निशान और यहां तक कि डीएनए के लिए भी सबूत छोड़ दिया। ऐसा लग रहा था जैसे वह चुनौती देते हुए, एक कॉलिंग कार्ड छोड़ना चाहता था।

31 दिसंबर को जब परिवार के किसी सदस्य से संपर्क नहीं हुआ, तो यासुको की मां घर पहुंची और अंदर का हाल देखकर कांप गई। परिवार के सभी चार सदस्यों की हत्या कर दी गई थी। मिकियो नीचे पाए गए, उन्हें कई बार चाकू मारा गया था और शायद गला भी घोंट दिया गया था। यासुको और नीना की लाश ऊपर बच्चों के कमरे में मिली। उनकी भी चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी।

उंगलियों के निशान
कत्ल के ज्यादातर मामलों में, डीएनए के लिए छोड़ा गया सबूत या उंगलियों के निशान, पुलिस को सुराग तक पहुंचाने के लिए काफी होते हैं। सेतागया मर्डर केस में, पुलिस के पास अपनी खुद की क्राइम लैब शुरू करने के लिए काफी सबूत थे। मौका-ए-वारदात पर मिले खून के नमूनों में पीड़ितों और हत्यारे दोनों का खून मिला, जिससे पता चला कि कातिल खुद भी चाकू लगने से घायल हो गया था।

इतना ही नहीं कातिल ने घर में, दीवारों पर, कागजों और यहां तक कि आइसक्रीम की पैकेजिंग पर भी उंगलियों के निशान छोड़ दिए। उसके कपड़ों का विश्लेषण किया गया और पाया गया कि वे बेहद असामान्य थे। उदाहरण के तौर पर, स्वेटर कोरिया में बना हुआ था और केवल कुछ जापानी दुकानों में ही बेचा गया था। पुलिस ने स्वेटर बेचने वाली दुकान का पता लगाया, तो पाया कि केवल कुछ दर्जन ही बिके थे।

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डीएनए ने केस को और उलझाया
मामला और भी ज्यादा पेचीदा तब हो गया, जब कातिल के डीएनए में एशियाई और यूरोपीय जीन के मिले-जुले संकेत मिले। पुलिस ने अंदाजा लगाया कि उसका कोरिया से संबंध हो सकता है। लेकिन, मारे गए लोगों और कातिल के बीच कहीं से भी तार नहीं जुड़ पा रहे थे। पुलिस के हाथ खाली ही रहे। मियाजावा परिवार एक सामान्य परिवार था, जिसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी।

हां, एक बात जरूर अजीब थी। मियाज़ावा टोक्यो के सेतागया वार्ड में एक छोटे से घर में रहते थे। उनका घर एक ऐसे इलाके में बना हुआ था, जो कभी परिवारों से गुलजार रहता था, लेकिन साल 2000 तक कई लोग अपने घर बेचकर या छोड़कर चले गए। इससे मियाजावा का घर अलग-थलग पड़ गया था। एक ऐसा घर, जहां अगर कोई आता-जाता दिखे, तो किसी को कुछ पता ना चले।

क्यों किए ये चार कत्ल
ऐसे में कातिल को लेकर कई तरह के अनुमान लगाए गए। कुछ का मानना था कि कातिल कोई ड्रिफ्टर या जापान से गुजरने वाला कोई विदेशी था। कुछ ने अंदाजा लगाया कि ये कत्ल किसी जान-पहचान के लोकल आदमी ने किए हैं, जिसे घर के बारे में सबकुछ पता था। एक सवाल ये भी था कि आखिर ये कत्ल किस मकसद से किए गए।

घर से कोई कीमती सामान गायब नहीं था, इसलिए ये मामला लूटपाट का भी नहीं था। दुश्मनी या किसी पुरानी रंजिश का भी कोई सबूत नहीं मिला। एक अंदाजा यह भी लगाया गया कि जिस तरह से कत्ल के बाद कातिल ने घर में चीजें इस्तेमाल कीं, वह किसी साइको किलर या मानसिक रूप से विक्षिप्ता आदमी का भी काम हो सकता है।

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280,000 से ज्यादा अधिकारियों ने की जांच
पुलिस के सामने ये एक ऐसा केस था, जिसमें कत्ल के बाकी मामलों के मुकाबले कहीं ज्यादा सबूत मिले थे और इसके बावजूद केस एक पहेली बन गया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि यह जापानी इतिहास की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री है और इस केस पर अभी तक 280,000 से ज्यादा छोटे-बड़े अधिकारी काम कर चुके हैं।

मियाजावा परिवार से जुड़े लोग आज भी इंसाफ की तलाश में हैं और हर साल ये केस जापान के मीडिया की सुर्खियां बनता है। लोग उम्मीद लगाते हैं कि शायद अब कातिल पकड़ा जाएगा, लेकिन कुछ हासिल नहीं होता। एक गुमनाम कातिल घर में घुसा, चार कत्ल किए और कहीं गायब हो गया। वो कई सवाल छोड़ गया। कातिल कौन था? उसने ऐसा क्यों किया? और सबसे अहम बात, वह कहां गायब हो गया?


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