लद्दाख में होगा G-20 शिखर सम्मेलन,चीन और पाकिस्तान क्यों है परेशान?
नई दिल्ली। भारत इस बार G-20 शिखर सम्मेलन को लद्दाख में आयोजित करने की तैयारी कर रहा है। उसके इस प्रस्ताव को जहां प्रधानमंत्री मोदी का मास्टरस्ट्रोक बताया जा रहा है,वहीं मोदी के इस प्रस्ताव से पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान को मिर्ची लग गई है।
भारत सरकार ने इस बार G20 सम्मेलन को लद्दाख में आयोजित करने का मन बनाया है। सूत्रों के मुताबिक सरकार ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी है। मोदी सरकार के इस फैसले को मास्टर स्ट्रोक कहा जा रहा है। गौरतलब है कि करीब मई 2020 से लगातार चीन और भारत लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर एक दूसरे के आमने सामने है।
अब भारत के किस प्रस्ताव का विरोध कर रहा है चीन?
ऐसे में भारत सरकार का ये फैसला चीन को नागवार गुजर रहा है। चीन ने भारत सरकार के इस प्रस्ताव का विरोध कर दिया है और कहा है कि कोई भी पक्ष एकतरफा यथास्थिति को नहीं बदले। इससे पहले भारत सरकार G20 सम्मेलन को जम्मू कश्मीर में आयोजित किए जाने के प्रस्ताव की खबर आने पर चीन और पाकिस्तान ने इस प्रस्ताव का विरोध किया था।
इस बीच विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर G20 विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने बाली पहुंच चुके हैं। यहां पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की मुलाकात चीनी विदेश मंत्री से हुई और उन्होंने उनके साथ मिलकर सीमा विवाद का मामला उठाया और चीन सीमा से पूरी तरह से अपनी फौज वापस बुलाने की मांग दोहराई।
भारत को कब मिलेगी G20 की अध्यक्षता?
गौरतलब है कि चीन भी G20 का अहम हिस्सा है। लिहाज़ा विरोध के बावजूद भी चीन G20 बैठक का बहिष्कार भी नहीं कर सकता है ऐसे में चीनी राष्ट्रपति का लद्दाख या जम्मू कश्मीर पहुंचना उनकी मजबूरी हो जाएगी। भारत को G20 की अध्यक्षता 1 दिसंबर से मिलने वाली है। जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने और लद्दाख को अलग यूनियन टेरिटरी बनाए जाने के बाद ये पहला बड़ा सम्मेलन होगा और इसे चीन को सबक के तौर पर देखा जा रहा है।