हिजबुल के टॉप कमांडर बशीर अहमद की रावलपिंडी में हत्या
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के आतंकी और हिजबुल के टॉप कमांडर बशीर अहमद पीर की मौत हो गई। बशीर की पाकिस्तान के रावलपिंडी में एक अज्ञात हमलावर ने गोली मारकर हत्या कर दी। मिली जानकारी के अनुसार,बशीर नमाज पढ़कर मस्जिद से बाहर निकला था और एक दुकान पर रुका,तभी उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। जम्मू कश्मीर में हुई कई आतंकवादी घटनाओं में बशीर का हाथ रहा था। वह हिजबुल के आतंकी ऑपरेशन का टॉप कमांडर था।
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि, बशीर की हत्या किसने की है, हालांकि उसके मौत की खबर पुख्ता है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, 2 अज्ञात हमलावरों ने एक दुकान के बाहर आतंकी की गोली मारकर हत्या कर दी। आंतकी भारत में मोस्ट वांटेड था। फिलहाल आतंकी की मौत को लेकर पाकिस्तान सरकार ने चुप्पी साध रखी है। सरकार की ओर से इसे लेकर कोई बयान सामने नहीं आया है।
भारत सरकार UAPA के तहत लगाया था प्रतिबंध
गौरतलब है कि पिछले साल 4 अक्टूबर 2022 को ही केंद्र सरकार ने इम्तियाज आलम उर्फ बशीर अहमद पीर को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम UAPA के तहत आतंकी घोषित किया था। काफी लंबे समय से बशीर पाकिस्तान में ही रह रहा था और वह वहीं से घाटी में आतंकी घटनाओं को अंजाम देता था। भारत सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी करते हुए पिछले साल कहा था कि बशीर अहमद हिज्बुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के लिए काम कर रहा है और इन्हें आगे बढ़ाने के लिए पुराने आतंकवादियों को एकजुट करने के साथ ही नए रिक्रूट को भर्ती करने के लिए ऑनलाइन एक्टिविटीज में शामिल था।
बता दें कि बशीर मूल रूप से जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा के बाबरपोरा इलाके का रहने वाला था। वह हिज्बुल के चीफ सैयद सलाउद्दीन के काफी करीब बताया जाता था और उसी के साथ पाकिस्तान चला गया था। पिछले कई सालों से रावलपिंडी में रह रहा था और वहीं से आतंकी साजिश को अंजाम दे रहा था। बशीर पर 23 मई 2019 को कश्मीर में अलकायदा के गजवत-उल-हिंद के कमांडर जाकिर मूसा को मारने का आरोप लगा था।