‘निवेशकों का हित हमारे लिए सर्वोपरि…’ 20 हजार करोड़ का FPO रद्द होने पर Gautam Adani का जवाब
नई दिल्ली। अडानी एंटरप्राइजेज ने 20 हजार करोड़ रुपये के अपने एफपीओ को वापस लेने का निर्णय लिया है। अदाणी ग्रुप ने इस संबंध में एक सर्कुलर भी जारी किया है। उसमे उन्होंने मौजूदा स्थिति और बाजार में उतार-चढ़ाव को देखते हुए कंपनी ने एफपीओ को वापस लेने का फैसला किया है। साथ ही उन्होंने निवेशकों की रकम वापस करने की बात भी कही है। अडानी ग्रुप ने एक सर्कुलर में कहा है कि वह पूरे हुए ट्रांजैक्शन को वापस ले रहा है और अपने निवेशकों के हित को ध्यान में रखते हुए FPO को वापस ले रहा है।
अदानी समूह के शेयरों में आज 28 प्रतिशत की गिरावट के बाद अदानी एंटरप्राइजेज ने अपना 20,000 करोड़ रुपये का एफपीओ रद्द कर दिया है। सर्कुलर में कहा गया है कि जिन निवेशकों ने इस एफपीओ में निवेश किया था,उन्हें वापस कर दिया जाएगा।
अदाणी ग्रुप ने हाल ही में अदाणी इंटरप्राइजेज का एफपीओ जारी किया था। निवेशकों को 31 जनवरी तक पैसा लगाने का मौका दिया गया था,लेकिन कंपनी ने एफपीओ को बंद करने का फैसला किया है। अडानी एंटरप्राइजेज के निदेशक मंडल ने आज बैठक कर कंपनी के सदस्यों के हित में एफपीओ को वापस लेने का फैसला किया। इस बात की जानकारी उन्होंने सर्कुलर और एएनआई न्यूज एंजसी को दी है।
मौजूदा स्थिति और बाजार में उतार-चढ़ाव को देखते हुए अदानी ग्रुप ने एफपीओ की रकम वापस करने का फैसला किया है। कंपनी ने अपने सर्कुलर में कहा है कि वह पूर्ण लेनदेन को वापस ले रही है और अपने निवेशकों के हितों को ध्यान में रखते हुए एफपीओ को वापस ले रही है।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद यह देखा गया कि कंपनी के शेयर की कीमत ऑफर कीमत से नीचे चली गई। बजट के दिन ही अदानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में 28 फीसदी की गिरावट आई थी। अदानी का कहना है कि यह फैसला निवेशकों के हित में लिया जा रहा है।
20 हजार करोड़ का एफपीओ अडानी ग्रुप बाजार में लाया। यह एफपीओ 27 जनवरी से 31 जनवरी तक खुला था। लेकिन 1 फरवरी को बजट पेश होने के दिन ही शेयर बाजार में अडानी ग्रुप के शेयर गिर गए। अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर में आज 28 फीसदी की गिरावट आई। इसलिए अदाणी समूह ने एफपीओ को वापस लेने का फैसला किया। इस बीच अडाणी समूह ने एक सर्कुलर जारी कर कहा है कि वे निवेशकों को एक रुपया लौटाएंगे।
एफपीओ क्या है?
आईपीओ के बाद कंपनी को फिर से पूंजी की जरूरत है। ऐसे में कंपनी फिर से अपने शेयर बाजार में बेच देती है। और इसे एफपीओ का मतलब फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर कहा जाता है। कभी-कभी नए शेयर भी जारी किए जाते हैं। एफपीओ नए और पुराने निवेशकों के लिए हैं।