जयराम रमेश ने भाजपा पर लगाया बड़ा आरोप, कहा- त्रिपुरा में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल पर हुआ हमला
नई दिल्ली। कांग्रेस ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया। कांग्रेस ने कहा कि त्रिपुरा के विशालगढ़ और मोहनपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल पर हमला किया। विपक्षी दल ने यह भी दावा किया कि प्रतिनिधिमंडल के साथ गए पुलिसकर्मियों ने “कुछ नहीं” किया।
त्रिपुरा कांग्रेस के प्रमुख बिरजीत सिन्हा ने आरोप लगाया कि राज्य पुलिस ने केवल तमाशबीन के रूप में काम किया और मौके पर कोई कार्रवाई नहीं की।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा कि त्रिपुरा के विशालगढ़ और मोहनपुर में आज भाजपा के गुंडों ने कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल पर हमला किया। प्रतिनिधिमंडल के साथ जा रही पुलिस ने कुछ नहीं किया। उन्होंने आगे कहा, और कल वहां बीजेपी की विजय रैली हो रही है। पार्टी प्रायोजित हिंसा की जीत।
कांग्रेस महासचिव संगठन के सी वेणुगोपाल ने त्रिपुरा के हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे कांग्रेस-वाम मोर्चे के प्रतिनिधिमंडल पर हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि हम भाजपा के गुंडों से कभी नहीं डरेंगे और हर मौके पर उनके अलोकतांत्रिक और कायरतापूर्ण व्यवहार के खिलाफ खड़े होंगे।
राज्य के एआईसीसी प्रभारी अजय कुमार ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में हुई हिंसा के बारे में पूछताछ कर रहे थे और उन पर हमला किया गया, जबकि पुलिस केवल देखती रही। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि त्रिपुरा में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है।
वहीं, इस मामले को लेकर अजय कुमार ने आरोप लगाया कि भाजपा त्रिपुरा में चुनाव के बाद से विपक्षी दलों पर हमले कर रही है। उन्होंने दावा किया कि अब तक 500 से ज्यादा हमले हो चुके हैं, लेकिन एक भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
उन्होंने आरोप लगाया और कहा कि इसीलिए कांग्रेस और वाम दलों का एक प्रतिनिधिमंडल अगरतला पहुंचा था, जहां भाजपा के गुंडों ने पथराव किया और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
बता दें कि इस मामले के बाद कई कांग्रेस नेताओं ने कथित हमले और क्षतिग्रस्त वाहनों के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर ट्वीट किए थे।
बता दें कि त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के परिणाम 2 मार्च को घोषित किए गए थे। BJP-IPFT सरकार राज्य में लगातार दूसरी बार सत्ता में वापस आई है क्योंकि भाजपा ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 32 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि उसके गठबंधन सहयोगी IPFT को एक सीट मिली थी