टाटा मोटर्स को पछाड़कर महिंद्रा एंड महिंद्रा बनी दूसरी बड़ी वैल्यूबल ऑटो कंपनी
नई दिल्ली। थार और स्कॉर्पियो जैसी पॉपुलर गाड़ियां बनाने वाली महिंद्रा एंड महिंद्रा देश की दूसरी सबसे वैल्यूएबल ऑटो कंपनी बन गई है। उसने टाटा मोटर्स को पछाड़कर यह उपलब्धि हासिल की है। महिंद्रा एंड महिंद्रा का मार्केट कैप 3,65,193 करोड़ रुपये पहुंच गया है जबकि टाटा मोटर्स की बाजार वैल्यू 3,29,041 करोड़ रुपये है। महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर की कीमत आज 3% बढ़कर 52-सप्ताह के नए उच्च स्तर 2,946 रुपये पर पहुंच गई। पिछले एक साल में कंपनी के शेयरों में 112% की बढ़ोतरी हुई है। तीन बजे कंपनी का शेयर 1.96 फीसदी तेजी के साथ 2920.15 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। मारुति सुजुकी 4,04,436.47 करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ देश की सबसे मूल्यवान ऑटो कंपनी है।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में इस साल सेक्टोरल इंडेक्स और निफ्टी 50 दोनों से बेहतर प्रदर्शन करते हुए 72% का प्रभावशाली रिटर्न दिया है। निफ्टी ऑटो इंडेक्स में पिछले एक साल में 75% और इस साल 38% तेजी आई है। पिछले फाइनेंशियल ईयर की चौथी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 2,038 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 32 फीसदी अधिक है। इसी तरह चौथी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 11 फीसदी तेजी के साथ 25,109 करोड़ रुपये रहा।
हुंडई का आईपीओ
इस बीच हुंडई मोटर की भारतीय यूनिट आईपीओ लाने की तैयारी में है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी इसके जरिए 17.5 फीसदी तक हिस्सेदारी बेच सकती है। इस आईपीओ में कोई नए शेयर जारी नहीं किए जाएंगे बल्कि साउथ कोरियन पेरेंट कंपनी अपनी हिस्सेदारी कम करेगी। यदि यह आईपीओ सफल रहा तो यह भारत में किसी ऑटो कंपनी का दो दशक से अधिक समय में पहला आईपीओ होगा। इससे पहले देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी साल 2003 में आईपीओ लाई थी। सेबी के पास डीआरएचपी दाखिल करने के बाद हुंडई मोटर इंडिया का मैनेजमेंट अगले महीने से भारत और विदेशों में इन्वेस्टर्स रोड शो शुरू कर सकता है।