खाने में कभी न डालें जरूरत से ज्यादा हल्दी,वरना ये आयुर्वेदकि दवा बन जाएगी सजा
नई दिल्ली। हल्दी को भारतीय किचन का पसंदीदा मसाला कहा जाए तो शायद गलत नहीं होगा,ज्यादातर सब्जी और मसालेदार व्यंजनों में इसका इस्तेमाल जरूर होता है। इसके फायदों से तो हम सभी वाकिफ हैं। ये हमारी स्किन को फायदा पहुंचाती है, इसलिए कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स में भी हल्दी का इस्तेमाल होता है। हल्दी को एक आर्युवेदिक औषधि से कम नहीं समझा जाता,अक्सर चोट लगने पर हम इसे मसाले का लेप एफेक्टेड एरियाज में लगाते हैं, लेकिन ये दवा भी सजा बन सकता है अगर हमने इसका सीमित मात्रा में इस्तेमाल नहीं किया।
कभी न करें हल्दी का ज्यादा सेवन
ग्रेटर नोएडा के GIMSअस्पताल में कार्यरत मशहूर डाइटीशियन डॉ. आयुषी यादव ने बताया कि इस बात में कोई शक नहीं कि हल्दी में औषधीय गुण मौजूद होते हैं, लेकिन किसी भी चीज का जरूरत से ज्यादा सेवन नुकसान ही पहुंचाता है। आइए जानते हैं कि हल्दी क्यों अधिक नहीं खाना चाहिए।
कितना हल्दी खाना नुकसानदेह नहीं है?
हल्दी में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज पाई जाती है जिसके जरिए आपकी कई बीमारियों से रक्षा हो जाती है, लेकिन अधिक सेवन से आपको पेट से जुड़ी बीमारी या सिर चकराने की समस्या हो सकती है। एक हेल्दी एडल्ट को रोजाना एक चम्मच से ज्यादा हल्दी का सेवन नहीं करना चाहिए।
ज्यादा हल्दी खाने के नुकसान
- किडनी स्टोन
हल्दी का ज्यादा सेवन हमारे गुर्दों में परेशानियां पैदा कर सकता है, क्योंकि इस मसाले में ऑक्सलेट नामक पदार्थ पाया जाता है। जो शरीर में कैल्शियम को घुलने में रुकावट पैदा करता है और फिर ये सख्त हो जाता है और किडनी स्टोन की परेशानी बढ़ा देता है। - उल्टी और दस्त
हल्दी में करक्यूमिन नामक पदार्थ पाया जाता है जो डाइजेशन में दिक्कतें पैदा करता है। पेट की गड़बड़ी होने पर उल्टी और दस्त की समस्या पैदा हो सकती है। इसलिए हल्दी लिमिट में ही खाना समझदारी है।