पीएम मोदी का ढाई करोड़ किसानों के लिए बड़ा ऐलान,कृषि वैज्ञानिकों से की यह अपील
नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार किसानों की बेहतरी और उनको आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है। किसानों की आमदनी को दोगुना करना सरकार का लक्ष्य है और इसी के लिए पीएम किसान सम्मान निधि और प्रधानमंत्री किसान फसल बीमा योजना आदि देशभर में लागू की गई। इन योजनाओं से किसान लगातार लाभान्वित हो रहे हैं। शनिवार को एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि मोटा अनाज खाद्य सुरक्षा के साथ खान-पान संबंधी आदतों से जुड़ी चुनौतियों से निपटने में भी मददगार साबित हो सकता है।
भारत के प्रस्ताव पर हुआ यह काम
पीएम मोदी ने कृषि वैज्ञानिकों से देश की खाद्य टोकरी में इन पोषक अनाजों की हिस्सेदारी बढ़ाने की दिशा में काम करने का आग्रह किया। पीएम मोदी ने ‘वैश्विक श्री अन्न सम्मेलन’ के उद्घाटन के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश के लिए यह सम्मान की बात है कि भारत के प्रस्ताव और प्रयासों के बाद संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को ‘अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष’ घोषित किया।
ढाई करोड़ किसानों को फायदा होगा
मोदी ने कहा कि भारत मोटे अनाज या श्री अन्न को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि मोटा अनाज प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियों में और रसायनों एवं उर्वरकों का इस्तेमाल किए बिना आसानी से उगाया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के मोटा अनाज मिशन से ढाई करोड़ लघु एवं सीमांत किसानों को लाभ होगा।
उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रीय खाद्य टोकरी में आज मोटा अनाज की हिस्सेदारी केवल पांच-छह प्रतिशत है। मैं भारत के वैज्ञानिकों और कृषि विशेषज्ञों से इस हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिए तेजी से काम करने का आग्रह करता हूं। हमें इसके लिए हासिल किए जा सकने योग्य लक्ष्य निर्धारित करने होंगे।’