रूस ने यूक्रेन पर दागी इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल

रूस ने यूक्रेन पर दागी इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल
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नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग पिछले कुछ दिनों से एक बार फिर खतरनाक रूप धारण करती जा रही है। इसी कड़ी में गुरुवार को रूस ने इस जंग में पहली बार इंटर कांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का इस्तेमाल किया है। यूक्रेन ने कहा है कि रूस ने बीती रात यूक्रेनी शहर निप्रो को निशाना बनाकर पहली बार आईसीबीएम का इस्तेमाल किया। हालांकि यह साफ नहीं है कि किस तरह की मिसाइल दागी गई है लेकिन यूक्रेन की वायुसेना ने एक बयान में कहा कि इसे रूस के अस्त्रखान क्षेत्र से दागा गया। यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब युद्ध के मैदान में रूस की मदद के लिए उत्तर कोरियाई सैनिकों के पहुंचने के साथ जंग ने बड़ा रूप ले लिया है।

पहले कभी नहीं हुआ इस्तेमाल
कीव की वायु सेना ने कहा कि रूस ने गुरुवार सुबह पहली बार यूक्रेन पर इंटर कांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) दागी। इस मिसाइल का इस जंग में पहले कभी जंग में इस्तेमाल नहीं किया गया था। यूक्रेन की सेना ने यह स्पष्ट नहीं किया कि हमले से कोई नुकसान हुआ है या नहीं। मॉस्को की यह कड़ी प्रतिक्रिया अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की तरफ से यूक्रेन को रूसी में बड़े हमले करने के लिए क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों के इस्तेमाल की मंजूरी देने के बाद आई है।

क्या है रूस की प्रतिक्रिया?
रूस ने इस बात से इनकार करने से मना कर दिया है कि उसने मिसाइल दागी है। यह पूछे जाने पर कि क्या मास्को ने मिसाइल दागी है? क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि उनके पास ‘इस विषय पर कहने के लिए कुछ नहीं है।’ हालांकि रूसी मीडिया ने बताया कि मास्को कैस्पियन सागर के पास अस्त्राखान में एक साइट से RS-26 रुबेज़ मिसाइलों को लॉन्च करने की तैयारी कर रहा था।

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क्या है ICBM?
ICBM एक तरह की बैलिस्टिक मिसाइल है जो लंबी दूरी तक हमला करने में सक्षम होती है। यह मिसाइल विशेष रूप से देश से दूसरे देश में परमाणु युद्ध सामग्री भेजने के लिए बनाई गई है। ICBM की रेंज हजारों किलोमीटर तक हो सकती है और यह एक बार लॉन्च होने के बाद जमीन के वातावरण के बाहर से होकर भी अपने लक्ष्य की भेद सकती है। ICBM का मकसद दुश्मन देश को एक रणनीतिक हमले से तबाह करना होता है और इसे अक्सर परमाणु जंग के संदर्भ में एक अहम हथियार के तौर पर में देखा जाता है। ICBM शीत युद्ध के दौरान बनाई गी थी, जब कई देशों ने एक-दूसरे को परमाणु हमले के माध्यम से एक डर पैदा करने के लिए ऐसे हथियारों को बनाया था।

नियमों में भी किया बदलाव
अमेरिका और ब्रिटेन की तरफ की तरफ से यूक्रेन को रूस के अंदर बड़े हमले करने की इजाज़त मिलने के बाद रूस ने और और कदम उठाया है। अमेरिका और ब्रिटेन ने यूक्रेन को रूस पर सुपरसोनिक मिसाइल टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम दागने के लिए हरी झंडी दे दी है। अमेरिका और ब्रिटेन के इस फैसले के बाद पुतिन का गुस्सा चरम पर पहुंच गया और उन्होंने नियमों में बदलाव करते हुए कहा कि अगर कोई गैर परमाणु देश, किसी परमाणु देश के साथ मिलकर हम पर हमला करता है तो हम भी परमाणु हमला करने से पीछे नहीं हटेंगे।


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