हरिद्वार में फरिश्ता बना SDRF का जवान,डूबते कांवड़िए की बचाई जान
हरिद्वार। सावन महीने में कांवड़ यात्रा की शुरुआत हो गई है। गंगाजल लेने के लिए कांवड़िए भारी संख्या में हरिद्वार पहुंच रहे हैं। कांवड़ उठाने का भगवान शिव के भक्तों में जबरदस्त उत्साह है। मान्यता है कि कांवड़ उठाने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं। इसलिए कांवड़िए अपनी मुराद पूरी करने के लिए हर कष्ट उठाने को तैयार रहते हैं। हरिद्वार में यूपी, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा समेत अन्य राज्यों से कांवड़िए हरकी पैड़ी पर गंगाजल लेने पहुंच रहे हैं। हरकी पैड़ी पर गंगाजल लेने के लिए भारी संख्या में कांवड़िए उमड़े हैं।
हरकी पैड़ी पर गंगाजल लेते समय डूबा कांवड़िया
गंगाजल लेते वक्त अक्सर हादसे की खबर आती है। बुधवार को भी गंगाजल लेने गया कांवड़िया नदी में डूबने लगा। गनीमत रही कि कांवड़िए को गंगा के तेज बहाव में बहते एसडीआरएफ की टीम ने देख लिया। एसडीआरएफ के एक जवान ने बिना देर किए गंगा की लहरों में छलांग लगा दिया। जवान ने अपनी जान की परवाह ना करते हुए कांवड़िए को डूबने से बचा लिया। गंगा की धार से कांवड़िए को सुरक्षित निकाले जाने पर जवान की लोगों ने जमकर सराहना की।
एसडीआरएफ जवान ने पेश की बहादुरी की मिसाल
कांवड़िए हरियाणा निवासी मंजीत के रूप में हुई है। हादसा कांगड़ा पुल के पास हुआ. एक कांवड़िया गंगा किनारे नहाते समय अचानक पानी के तेज बहाव में आ गया। नदी में गिरने के बाद कांवड़िया डूबने लगा। कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए कांगड़ा पुल पर एसडीआरएफ की टीम की तैनाती की गई है। एसडीआरएफ के एक जवान ने नदी में डूब रहे कांवड़िए को देख लिया। उसने बिना देर किए पानी की लहरों में छलांग लगाकर कांवड़िए को डूबने से बचा लिया। एसडीआरएफ जवान की बहादुरी और सूझबूझ को सराहा जा रहा है। बता दें कि इस बार लगभग चार करोड़ कांवड़ियों के हरिद्वार पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है।