शेयर बाजार फिर लाल-लाल… दिग्गज शेयरों की भी हालत खराब,सेंसेक्स 241 अंक टूटकर हुआ बंद
नई दिल्ली। शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी है। सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट जारी रही और सेंसेक्स एक बार फिर से लाल निशान के साथ बंद हुआ, बाजार में गिरावट जारी,सेंसेक्स 241 अंक टूटा तो वहीं निफ्टी 23,500 अंक से नीचे फिसल गया।
आज भी गिरावट के साथ बंद हुआ बाजार
स्थानीय शेयर बाजारों में गिरावट सोमवार को भी जारी रही और बीएसई सेंसेक्स 241 अंक के नुकसान में रहा। विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी जारी रहने के साथ सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली और अमेरिकी बाजारों से कमजोर रुख से बाजार में गिरावट आई। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स में लगातार चौथे सत्र में गिरावट रही और यह 241.30 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77,339.01 अंक पर बंद हुआ।
इन शेयरों का बुरा हाल,खुलते ही हुए धड़ाम
कारोबार के दौरान एक समय इसमें 615.25 अंक की गिरावट आई थी। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में लगातार सातवें दिन गिरावट रही और यह 78.90 अंक यानी 0.34 प्रतिशत टूटकर 23,453.80 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल तीस शेयरों में से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस, एनटीपीसी, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एक्सिस बैंक, टेक महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, सन फार्मा,इंडसइंड बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रमुख रूप से नुकसान में रहे।
आज के टॉप गेनर्स
दूसरी तरफ,लाभ में रहने वाले शेयरों में टाटा स्टील, हिंदुस्तान यूनिलीवर, महिंद्रा एंड महिंद्रा, नेस्ले और भारतीय स्टेट बैंक शामिल हैं। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 1,849.87 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। विदेशी निवेशक इस महीने अबतक शेयर बाजारों से 22,420 करोड़ रुपये निकाल चुके हैं। घरेलू बाजार में शेयरों का अधिक मूल्यांकन, चीन में शेयरों का सस्ता होना और अमेरिकी डॉलर के साथ सरकारी बॉन्ड प्रतिफल में वृद्धि के कारण निवेशक बाजार से पैसा निकाल रहे हैं।
क्यों गिर रहा बाजार
जानकारों ने कहा कि बाजार में कंसोलिडेशन जारी रहा। आय वृद्धि में मंदी और मुद्रास्फीति के कारण कमजोर रुपये ने धारणा को प्रभावित किया। दिसंबर में फेड दर में कटौती की कम उम्मीद के कारण आईटी शेयरों ने नकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की, जिससे बीएफएसआई खंड में खर्च में देरी हो सकती है। दूसरी ओर, चीन द्वारा एल्यूमीनियम और तांबे पर कर छूट कम करने का फैसला करने के बाद धातु शेयरों में कुछ बढ़त हुई।