BHU में​​​​​​​ योग कर रही छात्रा की मौत:पैर की अंगुलियों पर खड़ी थी तभी आया चक्कर

BHU में​​​​​​​ योग कर रही छात्रा की मौत:पैर की अंगुलियों पर खड़ी थी तभी आया चक्कर
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वाराणसी। बनारस के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में एक छात्रा अनुभा उपाध्याय की योग करने के दौरान मौत हो गई। सुबह सात बजे तक वह एकदम फिट थी। मौत के बाद पूरे BHU कैंपस में हड़कंप मचा हुआ है।

चीफ प्रॉक्टर डॉ. अभिमन्यु सिंह ने बताया कि अनुभा के साथ रहने वाली छात्रा ने सुबह प्रॉक्टर ऑफिस में घटना की जानकारी दी। तत्काल एंबुलेंस भेजा गया। संभवत अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई। कार्डियक अरेस्ट से मौत की आशंका जताई जा रही है।

वार्मअप के दौरान आया चक्कर
अनुभा की रूममेट ने बताया कि सुबह 7 बजे वह पैर की अंगुली के बल पर खड़ी होकर योग क्रिया कर रही थी। उसी दौरान वह गिर गई। नाक से खून आने लगा। करीब 8 बजे मौत हो गई। केयर टेकर ने बताया कि हॉस्टल की लॉबी में अनुभा चार पांच लड़कियों के साथ योग कर रही थी।

रिसर्च की छात्रा थी अनुभा
अनुभा​​​​​ फिजियोलॉजी डिपार्टमेंट में डॉ. संगीता गहलोत के अंडर में रिसर्च कर रही थी। वह वर्किंग वुमेन हॉस्टल में रहती थी। अनुभा ने BHU के मनोविज्ञान विभाग से डिप्लोमा भी किया है। अनुभा की मौत के बाद BHU साइकोलॉजी के प्रोफेसर और छात्रों में शोक की लहर व्याप्त है।

फिजियोलॉजी डिपॉर्टमेंट के एक फैकल्टी ने बताया कि अनुभा को टाकायासू आर्टराइटिस नाम की एक दुर्लभ बीमारी थी। उसके पिता ने इस बीमारी के बारे में बताया था। यह खून के नसों की बीमारी है। वैद्य सुशील दुबे ने बताया कि यह कुल मिलाकर 4 देशों में ही रिपोर्ट की गई है। अमेरिका, कनाडा और भारत में ही साल भर में 2-3 लोगों की मौत होती है। यदि माथे या नाक पर पसीना आता है तो योग तत्काल वहीं बंद करें।

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डॉ. दुबे ने कहा कि उसकी मौत इसी रोग से हुई या किसी और कारण से यह जांच के बाद ही पता लग पाएगा। इस बीमारी में उम्र बढऩे के साथ बॉडी में ब्लड का फ्लो प्रभावित होने लगता है। इस वजह से अल्सर एवं अन्य बीमारियों होती हैं।

कुशीनगर की रहने वाली थी
अस्पताल लेकर गए तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। अनुभा की बॉडी BHU अस्पताल की मर्चरी में ही रखी गई है। उसके माता-पिता को जानकारी दी गई है। बताया जा रहा है कि अनुभा ने गोरखपुर विश्वविद्यालय से बीए और एमए की डिग्री हासिल की है। वह कुशीनगर की रहने वाली थी।

जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज है जानलेवा
अनुभा की मौत के बाद IMS-BHU के न्यूरोलॉजी के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. रामेश्वर चौरसिया ने बताया कि एक्सरसाइज का तरीका नियमित होना चाहिए। धीरे-धीरे इसे बढ़ाना चाहिए। लोगों की जो स्टेमना रही है, उसके अनुसार एक्सरसाइज करें। पोस्ट कोविड परिस्थितियों में फेफड़ा संक्रमित हुआ है। जिम में जाकर एक ही बार में बॉडी पर ज्यादा लोड न दें। ग्रेजुअली एक्सरसाइज करके अपने स्टेमिना बढ़ाएं।


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