बदमाशों ने मारी गोली,चेहरा बिगड़ा और एक आंख की रोशनी भी गई,UPSC की पास
नई दिल्ली। भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़कर सुर्खियों में रहने वाले उत्तर प्रदेश के पीसीएस अधिकारी रिंकू राही ने इस बार यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली है। उन्होंने फाइनल रिजल्ट में 683वीं रैंक हासिल की है। रिंकू का पूरा नाम रिंकू सिंह राही है। वह अपनी ईमानदारी और सख्त स्वभाव की छवि के लिए मशहुर हैं। पीसीएस अधिकारी के कार्यकाल के दौरान रिंकू ने करोड़ों रुपये के छात्रवृति घोटाले का पता लगाया था। जिसकी पड़ताल करने के दौरान उनके पीछे माफिया लग गए थे। मार्च 2009 में इस भ्रष्टाचार की पड़ताल को लेकर रिंकू पर जानलेवा हमला भी हुआ था। माफियाओं का हमला इतना जानलेवा था कि उनके चेहरे का आकार ही बदल गया। इसके साथ उन पर सात गोलियां भी दागी गईं थीं।
बने थे अधिकारी
रिंकू सिंह राही यूपी के 2007 बैच के पीसीएस अधिकारी हैं। उन्होंने 2007 में यूपीपीएससी की पीसीएस परीक्षा पास की थी। जिसके बाद उन्हें साल 2008-09 में मुजफ्फरनगर में समाज कल्याण अधिकारी के रूप में तैनात किया गया था।. मुजफ्फरनगर के बतौर समाज कल्याण अधिकारी के दौरान रिंकू ने 100 करोड़ से अधिक के छात्रवृति भ्रष्टाचार का खुलासा किया था।
चली गई आंख की रोशनी
रिंकू ने बताया कि वो इस भ्रष्टाचार के तह में जा ही रहे थे कि उन पर हमला करवा दिया गया। इस हमले में उन पर सात गोलियां चलायी गईं। इसके अलावा उनका चेहरा भी खराब हो गया। उनके एक कान की सुनने की शक्ति खत्म हो गई और एक आंख की रोशनी भी चली गई।. ये हमला इतना घातक था कि उन्हें महीनों तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था. रिंकू ने आगे बताया कि जब वह अस्पताल से ठीक होकर अपने काम पर वापस आए तो उनके सहकर्मी उनके साथ ठीक व्यवहार नहीं करते थे। इसके अलावा उनके वरिष्ठ अधिकारी भी सहयोग नहीं करते थे।
UPSC में हासिल की 683वीं रैंक
रिंकू सिंह राही ने इस बार यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली है।. उन्होंने फाइनल रिजल्ट में 683वीं रैंक हासिल की है. रिंकू की उम्र करीब 40 साल की हो चुकी है।. यूपीएससी ने कुछ विशेष वर्ग के लोगों को उम्र में छूट दी है। जिसके कारण रिंकू 40 की उम्र में भी यूपीएससी की परीक्षा दे पाए।