पॉजिटिविटी, ईमानदारी और जीवन में खुश रहना सिखाते हैं महात्मा बुद्ध के ये विचार

पॉजिटिविटी, ईमानदारी और जीवन में खुश रहना सिखाते हैं महात्मा बुद्ध के ये विचार
ख़बर को शेयर करे

नई दिल्ली | गौतम बुद्ध एक महान व्यक्ति और धर्म प्रचारक थे, जिन्होंने बौद्ध धर्म की स्थापना की और संसार को विवेक का मार्ग दिखाया। अपने ज्ञान से उन्होंने पूरे विश्व को प्रकाशित किया। महात्मा बुद्ध का जन्म नेपाल के कपिलवस्तु नामक स्थान पर हुआ था। ग्रंथों में इन्हें भगवान विष्णु का 8वां अवतार माना जाता है।

5 मई 2023 यानी आज शुक्रवार के दिन बुद्ध पूर्णिमा का पर्व है। इस दिव भगवान बुद्धा का जन्म हुआ था। आज बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर हम भगवान बुद्ध के अनमोल विचारों के बारे में जानेंगे। जो आपको सही मार्ग चुनने और जीवन में सकारात्मक रहने को प्रेरित करते हैं।

भगवान गौतम बुद्ध के ये अनमोल विचार

  1. जो व्यक्ति थोड़े में ही खुश रहता है सबसे अधिक खुशी उसी के पास होती है इसलिए आपके पास जितना है उसी में खुश रहिए।
  2. किसी जंगली जानवर की अपेक्षा एक कपटी और दुष्ट मित्र से अधिक डरना चाहिए, जानवर तो बस आपके शरीर को नुक्सान पहुंचा सकता है, पर एक बुरा मित्र आपकी बुद्धि को नुक्सान पहुंचा सकता है।
  3. मन और शरीर दोनों के लिए स्वस्थ रखने का रहस्य है- अतीत पर शोक मत करो, ना ही भविष्य की चिंता करो, बल्कि बुद्धिमानी और ईमानदारी से वर्तमान में जियो।
  4. क्रोध को प्यार से, बुराई को अच्छाई से, स्वार्थ को उदारता से और झूठे व्यक्ति को सच्चाई से जीता जा सकता है।
  5. ज्ञान ध्यान से पैदा होता‌ है और ध्यान के बिना ज्ञान खो जाता है इसलिए ज्ञान की प्राप्ति ओर हानि के इस दोहरे मार्ग को जानकर व्यक्ति को इस तरह साधना चाहिए कि ज्ञान में वृद्धि हो।
  6. हर दिन एक नया दिन होता है इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि बीता हुआ कल कितना मुश्किल था हर दिन का एक नया सवेरा एक नई उम्मीद लेकर पैदा होता है।
  7. अगर आप उन चीजों की कद्र नहीं करते जो आपके पास है, तो फिर आपको खुशी कभी नहीं मिलेगी।
  8. एक जलते हुए दीपक से हजारों दीपक रोशन किया जा सकता है फिर भी उस दीपक की रोशनी कम नहीं होती, ठीक उसी प्रकार खुशियां बांटने से बढ़ती है न कि कम होती है।
  9. मनुष्य कितना ही गोरा क्यों ना हो परंतु उसकी परछाई हमेशा काली होती है इसलिए यह अहंकार मत कीजिए कि सिर्फ में ही श्रेष्ठ हूं।
  10. जो व्यक्ति सिर्फ बोलता रहता है वह ज्ञानी नहीं कहलाता बल्कि जो व्यक्ति शांतिपूर्ण, प्रेमपूर्ण और निर्भय है वास्तव में वही ज्ञानी है।
इसे भी पढ़े   मलबे में दबी बच्ची बोली-बचा लीजिए..जीवन भर गुलामी करूंगी;भयावह तस्वीरें

ख़बर को शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *