कश्मीर-लद्दाख में ठंड का थर्ड डिग्री टॉर्चर,-24 डिग्री तक गिरा पारा;दिल्लीवाले कांपे थर-थर!

कश्मीर-लद्दाख में ठंड का थर्ड डिग्री टॉर्चर,-24 डिग्री तक गिरा पारा;दिल्लीवाले कांपे थर-थर!
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जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर से लेकर लद्दाख तक ठंड का कहर तारी है। पारा बड़े पैमाने तक नीचे लुढ़क गया है। तापमान में भारी लगातार गिरावट से स्थानीय लोगबाग हैरान-परेशान हैं। चिल्लई कलां (कश्मीर में सर्वाधिक ठंड का 40 दिन) का पीरियड शुरू होने से पहले ही हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है। कश्मीर का जो हाल है, सो तो है ही… लेकिन दिल्ली वाले इसे अपने यहां खतरनाक ठंड का ट्रेलर मान थर-थर कांप रहे हैं। श्रीनगर का तापमान माइनस 6.2 डिग्री सेल्सियस तो शोपियां का तापमान माइनस 10 डिग्री और जोजिला का तापमान माइनस 24 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।

कश्मीर और लद्दाख में हर बीतते दिन के साथ पारा लुढ़क रहा है। श्रीनगर में सीजन की सब से सर्द रात दर्ज हो चुकी है। यहां का तापमान माइनस 6.2 तक लुढ़क गया है। वहीं जोजिला में तो खून जमा देने वाला तापमान दर्ज हुआ। वहां पारा रिकॉर्ड माइनस 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इसी तरह से आईएमडी (IMD) यानी मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर में इस मौसम की अब तक की सबसे ठंडी रात रही। कश्मीर में हर बीतते दिन के साथ भीषण ठंड का कहर बढ़ता जा रहा है। हर जगह न्यूनतम तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे जा चुका है।

श्रीनगर शहर के कई इलाकों में कोहरा छाया रहा और न्यूनतम तापमान शून्य से 6.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। रात का तापमान पूरे कश्मीर में सामान्य तापमान से 5 डिग्री कम रहा।

आईएमडी (IMD) के मुताबिक इस साल भीषण ठंड की वजह यहां पड़ने वाला ‘ला नीना’ का प्रभाव है। जिसके कारण यहां की प्रसिद्ध डल झील समेत तमाम जलाशय और झरने जम गए हैं।

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वहीं पूरे शहर की पानी की पाइप लाइन, घरों में नल, और नदी नाले तक कड़ाके की ठंड में जम गए हैं।

दक्षिण कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से दो डिग्री लुढ़का पारा। कहीं पर पारा माइनस 8.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ। वहीं वर्ल्ड फेमस स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

घाटी का सबसे ठंडा स्थान शोपियां रहा, जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 10 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। काजीगुंड में शून्य से 7.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में शून्य से 6.5 डिग्री नीचे और दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग में शून्य से 5.8 डिग्री नीचे तापमान दर्ज किया गया।

लोगों को भीषण ठंड के कारण काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक मौसम ऐसा ही रहना का अनुमान जताया है। एक और चेतावनी की बात करें तो कश्मीर के चप्पे चप्पे से लेकर लद्धाख की पहाड़ी चोटियों में तापमान अभी और नीचे लुढ़क सकता है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने पहाड़ों पर और भारी बर्फबारी की भविष्यवाणी भी की है। कश्मीर का एक भी इलाका ऐसा नहीं था जहां तापमान शून्य या उसके नीचे न गया हो।

कश्मीर क्षेत्र का तापमान – श्रीनगर > -6.2°C, काजीगुंड > -7.6°C, पहलगाम > -8.2°C, कुपवाड़ा > -6.5°C, कोकेरनाग > -5.8°C, गुलमर्ग > -6.0°C, सोनमर्ग > -9.0°C, ज़ोजिला > -24।0°C, बांदीपोरा > -7.3°C, बारामूला > -5।9°C, बडगाम > -7.6°C, गांदरबल > -6.4°C, पुलवामा > -9.5°C, अनंतनाग > -9.9°C, ख़ुदवानी > -8.5°C, कुलगाम > -6.8°C, शोपियां > -10.0°C, लारनू > -9.1°C सेल्सियस

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लद्दाख का क्षेत्र का तापमान – लेह> -11.8°C, कारगिल > -13.8°C, द्रास > -14.2 °C और जोजिला का तापमान माइनस 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

तो जैसा कि हमने आपको बताया कि ‘चिल्लई-कलां’ शुरू होने से एक दिन पहले कश्मीर में ठंड बढ़ी, श्रीनगर में मौसम की सबसे सर्द रात दर्ज की जा चुकी है। ‘चिल्लई कलां’ से ठीक पहले घाटी में तापमान शून्य से कई डिग्री नीचे चला गया और श्रीनगर में इस मौसम की अब तक की सबसे सर्द रात दर्ज की गई। गुरुवार को रात का तापमान इस मौसम में सामान्य से 4.2 डिग्री कम था। कड़ाके की ठंड के कारण कई इलाकों में जलापूर्ति लाइन और डल झील सहित कई जलाशय जम चुके हैं। शुष्क मौसम के कारण खांसी-जुखाम जैसी बीमारियां बढ़ गई हैं।

पंपोर का कोनीबल, घाटी का सबसे ठंडा इलाका रहा। जहां तापमान माइनस 9.2 डिग्री नीचे दर्ज हुआ। काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से 7.6 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। मौसम विभाग ने 26 दिसंबर तक मौसम मुख्यतः शुष्क रहने का अनुमान जताया है। 27 दिसंबर की रात से 28 दिसंबर की सुबह तक ऊंचाई वाले कुछ इलाकों में बर्फबारी संभव है। नए साल की पूर्व संध्या यानी 31 दिसंबर तक सर्दी पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ सकती है। अगले कुछ दिन शीत लहर चलेगी। ‘चिल्लई-कलां’ 31 जनवरी, 2025 को खत्म होगा। इसके बाद 20 दिन तक चलने वाली ‘चिल्लई-खुर्द’ में शीत लहर का दौर जारी रहेगा। ‘चिल्लई-खुर्द’ के बाद 10 दिन तक ‘चिल्लई-बच्चा’ का दौर रहता है। ठंड के इस ट्रेलर से दिल्ली वाले सहम गए हैं, वो इसे दिल्ली की सर्दी का ट्रेलर मान रहे हैं।

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